धनबाद(DHANBAD): झारखंड के जामताड़ा, देवघर, गिरिडीह में तो देश के अन्य प्रदेशों की पुलिस पहुंचने का रिकॉर्ड बना ही ली है लेकिन धनबाद भी अब कम नहीं है. पिछले एक सप्ताह के भीतर मुंबई से लेकर दिल्ली पुलिस धनबाद पहुंची है. मुंबई पुलिस को तो साइबर अपराधी हाथ नहीं लगा लेकिन दिल्ली पुलिस को सफलता मिल गई है. सरायढेला पुलिस के सहयोग से 7 लाख की ठगी करने वाले को पुलिस ने धर दबोचा है. पकड़ाया नीरज कुमार मंडल गिरिडीह का रहने वाला है और धनबाद में रहकर साइबर ठगी का काम करता था.
21 मोबाइल, 3 लैपटॉप, 19 सिम कार्ड बरामद
उसके पास से 21 मोबाइल, 3 लैपटॉप, 19 सिम कार्ड सहित अन्य सामग्री बरामद की गई है. दिल्ली पुलिस के अनुसार साकेत बिहार न्यू दिल्ली की रहने वाली महिला ने साइबर थाने में शिकायत की थी. बताया था कि अपराधियों ने मैसेज भेज कर उनके दो बैंक खातों से 6 लाख 91 हज़ार की निकासी कर ली है. दिल्ली पुलिस की जांच शुरू की तो पता चला कि जिस नंबर से मैसेज भेजा गया था, वह अहिल्यापुर गिरिडीह के वीरेंद्र कुमार मंडल का है. वीरेंद्र मंडल साइबर अपराध के आरोप में पकड़े गए नीरज मंडल का भाई है. मोबाइल लोकेशन के आधार पर सराय ढेला पुलिस की मदद से सिटी बाजार के सामने वाली गली में पुलिस ने दबिश दी. जहां से नीरज को गिरफ्तार कर लिया गया.
फर्जी मैसेज भेज ही रहा था कि पकड़ में आ गया
उस वक्त नीरज लैपटॉप पर बैठकर मैसेज भेज कर लोगों को ठगी का प्रयास कर रहा था. यह गिरफ्तारी शुक्रवार को की गई है. धनबाद का सरायढे ला थाना क्षेत्र भी साइबर अपराधियों की शरणस्थली बन गया है. धनबाद पुलिस ने भी कुछ दिन पहले कोलाकुसमा से तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया था. उसके बाद मुंबई पुलिस धनबाद पहुंची फिर दिल्ली पुलिस धनबाद आई. मतलब साफ है कि जामताड़ा की पाठशाला से निकले साइबर अपराधी अब झारखंड के विभिन्न जिलों में फैल गए हैं और यहां बैठकर देश के अन्य राज्यों के लोगों को फर्जी मैसेज भेजकर ठग रहे है. झारखंड में बहुत तेजी से इनका नेटवर्क फैल रहा है. इस पर तत्काल अंकुश नहीं लगाया गया तो यह साइबर अपराधी और खतरनाक हो सकते हैं.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद
