दुमका(DUMKA):दुमका को उपराजधानी का दर्जा दिया गया है. इसके बाबजूद कल तक शहर में लगे सीसीटीवी क्रियाशील नहीं थे. जिसका फायदा अपराधियों को मिलता था. अपराधी घटना को अंजाम देकर आसानी से फरार हो जाते थे. लेकिन अब अपराधियों का बच निकलना आसान नहीं होगा. क्योंकि शहर की निगरानी के लिए 252 सीसीटीवी लगाए गए हैं.
कैमरा खराब होने से अपराधियों की थी बल्ले बल्ले
दुमका शहर की निगरानी के लिए पूर्व विधायक लुइस मरांडी ने अपने मंत्रित्व काल मे विधायक निधि से लगभग 3 दर्जन सीसीटीवी कैमरा लगवाया था. लेकिन देखरेख के अभाव में वर्षो पूर्व सभी कैमरा खराब हो गया. कैमरा खराब होने की जानकारी मिलते ही अपराधियों की बल्ले बल्ले हो गयी. आए दिन अपराधी घटना को अंजाम देकर आसानी फरार हो जाता था. अनुसंधान के लिए पुलिस को काफी परेशानी होती है. पुलिस द्वारा निजी घरों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरा का सहारा लिया जाता था. लेकिन अब घटना को अंजाम देकर अपराधियों का बच निकलना मुश्किल होगा. क्योंकि अब दुमका की सुरक्षा में 252 तीसरी आंखें तत्पर है.
लगाए गए 252 सीसीटीवी कैमरा
एसपी अम्बर लकड़ा ने बताया कि दुमका शहर के नगर तथा मुफस्सिल थाना क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता के 252 नए सीसीटीवी कैमरा लगाए गए है. शहर के विभिन्न चौक चौराहे, शिक्षण संस्थानों और अति सुरक्षित माने जाने वाले स्थलों पर इसे लगाया गया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए एक कंट्रोल रूम बनाया गया है. कंट्रोल रूम में लगे मॉनिटर पर नजर रखने के लिए कर्मी की प्रतिनियुक्ति की गई है. 24 घंटे कंट्रोल रूम क्रियाशील रहेगा.
अपराध नियंत्रण के साथ अनुसंधान में मिलेगी मदद
एसपी अम्बर लकड़ा ने बताया कि सीसीटीवी कैमरा लगने से एक तरफ जहां अपराध पर नियंत्रण में मदद मिलेगी वहीं दूसरी तरफ किसी भी घटना के अनुसंधान में मदद मिलेगी. अभी तक किसी भी घटना के अनुसंधान में व्यक्तिगत तौर पर शहरवासियों की लगाए गए सीसीटीवी कैमरा की मदद ली जाती थी.
सहमति मिलने पर निजी कैमरों को भी जोड़ा जाएगा कंट्रोल रूम से: एसपी
एसपी ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने के लिए एक और पहल की जाएगी। शहर में कई कैमरे निजी तौर पर लोग अपने घरों के बाहर लगाए हैं. अगर गृहस्वामी की सहमति मिलेगी तो वैसे निजी कैमरा को भी कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा. ताकि गली मोहल्ले तक पुलिस नजर रख सके. शहर में नए सीसीटीवी कैमरा लगने से अपराध पर अंकुश लगेगा. अब पुलिस कंट्रोल रूम से घटना को अंजाम देकर भाग रहे अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रख सकेगी. अपराधियों का बच निकलना मुश्किल होगा. अपराधी अपराध करने के पहले सौ बार सोचेगा। आम लोग भी राहत की सांस लेंगे. जरूरत है इसके रख रखाव की बेहतर व्यवस्था बनाने की नहीं तो लाखों लाख रुपए खर्च कर लगाए गए सीसीटीवी कैमरा को शोभा की वस्तु बनते देर नहीं लगेगी.
रिपोर्ट: पंचम झा
