धनबाद(DHANBAD): धनबाद के अपराधी कब, कहां क्या अपराध करेंगे ,यहाँ के सफेदपोशों का संपर्क किस किस गैंग से है ,कोई नहीं जनता. बातें तभी खुलती है जब कोई गिरफ्तारी होती है. कहावत भी है कि एक चोर को 100 राजा के बराबर अक्ल होती है. इसी कहावत को चरितार्थ करते हुए 5 करोड रुपए की लूट 21 जून को कर ली गई थी. लेकिन गैंग को क्या मालूम कि पुलिस उनके पीछे पड़ जाएगी और धनबाद एक बार फिर अपराध की दुनिया में सुर्खियां बटोरने लगेगा. धनबाद के गोविंदपुर से पुलिस ने कुछ दिन पहले चार लोगों को गिरफ्तार किया और फिर इसके मास्टरमाइंड गुलाब साव को कन्याकुमारी से पुलिस ने दबोच लिया है. इसके साथ ही नेशनल हाईवे और जीटी रोड पर चलने वाली गाड़ियों में चिप लगाकर लूट के एक बड़े गैंग का खुलासा हो गया है. धनबाद के गोविंदपुर का यह इलाका अचानक सुर्खियों में आया. लूट का यह मामला गुजरात ,बिहार और झारखंड से जुड़ा हुआ है.
चिप लगाकर गाड़ियों को लुटाने वाले गैंग का खुलासा
चिप लगाकर जीटी रोड पर गाड़ियों से लूट के मामले में चार लोगों की जब गिरफ्तारी हुई तो कोई विश्वास नहीं कर रहा था कि गोविंदपुर के यह युवा इतने बड़े अपराध को अंजाम देने वाले गैंग में शामिल है. लेकिन अब यह बात पूरी तरह से सच साबित हो गई है और गिरिडीह पुलिस ने 5 करोड़ लूट में से लगभग चार करोड रुपए बरामद कर लिए है. साथ ही इस गैंग के किंगपिन गुलाब साव सहित अन्य को कन्याकुमारी से गिरफ्तार कर लगभग 77 लख रुपए बरामद कर लिए है. गोविंदपुर से जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई थी, उन में राजेश सिंह, मोहम्मद करीम अंसारी, विनोद विश्वकर्मा, शहजाद आलम शामिल थे. उनके पास से लगभग 3. 25 करोड रुपए बरामद किए गए थे. यह घटना 21 जून की रात जमुआ पुलिस स्टेशन क्षेत्र के बाटी मोड पर हुई थी.
स्कॉर्पियो और SUV गाड़ी का हुआ था इस्तेमाल
लूट की घटना को अंजाम देने के लिए बरही और धनबाद के अपराधियों ने स्कॉर्पियो और SUV गाड़ी का इस्तेमाल किया था. बात इतनी ही नहीं है, इस गैंग के बारे में यह भी पता चला है कि नेशनल हाईवे और जीटी रोड पर फर्जी डीटीओ और पुलिस अधिकारी बनकर गाड़ियों की रेकी करने के बाद सुनसान जगह पर लूट लेते थे. जीटी रोड पर वाहनों से लूट मामले में भी यह गिरोह सक्रिय था. गिरिडीह पुलिस की सक्रियता से धनबाद के एक बड़े गैंग का खुलासा हुआ है. जिस क्रेटा गाड़ी से रुपए की लूट हुई थी, उसमें चिप लगाने की कहानी भी दिलचस्प है. जिस गाड़ी से लूट हुई थी, उसमें दो चीज लगे थे. एक की कंपनी की थी जबकि दूसरी रिकवरी एजेंट के सिंडिकेट ने लगा रखे थे. पुलिस जब इस मामले को लेकर आगे बढ़ी तो प्याज के छिलके की भांति मामले खुलते गए. इस टीम में शामिल पुलिस अधिकारियो को एस पी ने सम्म्मानित भी किया है.
रिपोर्ट -गिरिडीह- धनबाद ब्यूरो