रांची(RANCHI): झारखंड में विधानसभा का चुनाव की अधिसूचना के साथ ही नामंकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. लेकिन अब तक इंडी गठबंधन में सीट बटवारे पर सहमति नहीं बन सकी. गठबंधन की साथी राजद अब अलग राह पर चलने की तैयारी में है. राजद का मानना है कि गठबंधन में उन्हें सम्मान नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में अब अलग रस्ते पर चलने को मज़बूर होंगे
दरअसल झारखण्ड में राजद-कांग्रेस और झामुमो की सरकार है. सरकार में रहने के बावजूद अब विधानसभा चुनाव में सम्मान नहीं मिलने का दर्द छलकने लगा है. खुद राजद के केंद्रीय महासचिव संजय झा ने खुले मीडिया में बयान दिया कि इज़्ज़त नहीं मिल रही है. राजद 18 सीट पर मज़बूत है. ऐसे में जरुरत पड़ी तो अकेले की चुनाव लड़ेंगे.
बता दे कि यह बयान तब आया जब हेमंत सोरेन ने कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग की घोषणा किया. जबकि राजद के नेताओं को इसमें जगह नहीं दी गयी. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस और झामुमो के नेता मौजूद रहे और संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में 70सीट पर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया. हेमंत सोरेन ने साफ़ कहा कि कांग्रेस और झामुमो साथ मिल कर लड़ेंगे. इसमें आपस में सीट बाट लेंगे.
अब बची हुई 11सीट में सूत्रों की माने तो 7 राजद और पांच माले को देने की तयारी है.लेकिन 7सीट पर राजद खुश नहीं है.राजद शुरू से 15 से 18 सीट पर चुनाव लड़ने को दाव ठोक रही है. राजद कम सीट मिलने के बाद अब बैठक कर रणनीति बनाने में लगा है. तेजस्वी यादव नेताओं के साथ रेडिसन ब्लू होटल में बैठक कर रहे है. बैठक के बाद आधिकारिक रूप से घोषणा होगी की आखिर गठबंधन के साथ या अलग राह होगी.
रिपोर्ट: समीर हुसैन