धनबाद(DHANBAD): अपराध और अपराधी धनबाद के विकास में बाधक बन गए है. धनबाद में वासेपुर गैंग का आतंक या ठेकेदारों का कोयलांचल से बेरुखी कहें, लेकिन यह बात तो सच है कि धनबाद के मटकुरिया आर मोड फ्लाईओवर के लिए ठेकेदार नहीं मिल रहे हैं. चौथी बार भी टेंडर रद्द करना पड़ा है. तमाम प्रचार के बाद भी सिंगल टेंडर के कारण इसे रद्द कर दिया गया है. यह टेंडर 23 सितंबर को खोला गया लेकिन एकल टेंडर के कारण नियम के मुताबिक इसे रद्द कर दिया गया. चौथी बार इसे रद्द किया गया है. अब नए सिरे से टेंडर निकालने की तैयारी की जा रही है. खास बात यह रही कि फ्लाई ओवर के निर्माण में जो जो दिक्कतें थीं, उन्हें भी दूर कर लिया गया है.
धनबाद में रंगदारों के डर से कोई कंपनी काम करने को इच्छुक नहीं
212 विस्थापित परिवारों को बसाने के लिए जमीन का आवंटन कर दिया गया है. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें पुनर्वासित करना है, बावजूद कोई भी ठेकेदार सामने नहीं आ रहे हैं. 152 करोड़ की लागत से मटकुरिया आर मोड फ्लाईओवर का निर्माण होना है. इस निर्माण के लिए कहा जाता है कि धनबाद में रंगदारों के डर से कोई कंपनी काम करने को इच्छुक नहीं है. बात भी बहुत हद तक सही है. वासेपुर गैंग का आतंक सिर चढ़कर बोल रहा है.
फ्लाईओवर बनने से ट्रैफिक जाम से मिलेगा छुटकारा
यह अलग बात है कि हाल के दिनों में पुलिस ने सक्रियता बढ़ाई है और नए पुराने गैंग पर नकेल कसने की कोशिश कर रही है. बावजूद इतना जल्द आतंक खत्म होता नहीं दिख रहा है. यह फ्लावर धनबाद के लोगों के लिए "लाइफ लाइन" बन सकता है. क्योंकि फ्लावर तैयार हो जाने के बाद शहर का लोड घटेगा. ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिल सकती है. गोविंदपुर बरवाअड्डा से आने वाली गाड़ियां शहर में एंट्री नहीं करेगी. विनोद बिहारी चौक से फ्लाईओवर होते हुए मटकुरिया चेक पोस्ट पर निकल जाएगी. झरिया ,केंदुआ व बोकारो की गाड़ियां भी मटकुरिया चेक पोस्ट से विनोद बिहारी चौक होते हुए निकल जाएगी.
फ्लाईओवर के लिए ठेकेदारों का नहीं मिलना झारखंड सरकार के लिए चुनौती
आर मोड से मटकुरिया तक 3.27 किलोमीटर तक फोरलेन सड़क बननी है. इसमें 1.25 किलोमीटर का फ्लाईओवर होगा. जो भी हो लेकिन इस फ्लाईओवर के लिए ठेकेदारों का नहीं मिलना झारखंड सरकार के लिए भी एक बड़ी चुनौती है . धनबाद के लोग जो हर मिनट ट्रैफिक जाम से दो-चार हो रहे हैं ,उनकी भी राहत की उम्मीद टूट रही है
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो