रांची (RANCHI) : हेमंत कैबिनेट में मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा हो गया. लेकिन कांग्रेस पर प्रेशर पॉलिटिक्स का आरोप लगा. कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की एक चिट्ठी लीक हो गई. जिसमें कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के संबंध में मंत्रालय का प्रस्ताव दिया गया था. कहा जा रहा है कि पत्र लिक होने से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नाराज भी हो गए. आज मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा तो हुआ लेकिन विभाग बदल दिए गए. बहरहाल जो भी हो, लेकिन ये कहना गलत नहीं होगा कि हेमंत सोरेन ने कांग्रेस को आईना दिखा दिया है. यहां एक चीज और गौर करने वाली है कि पिछली सरकार में जो विभाग कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के पास थे, वे अब भी कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के पास ही हैं, और राजद कोटे के मंत्रियों के पास भी वही विभाग है जो पिछली सरकार में उनके पास थे.
कैबिनेट गठन में धर्म, जाति और क्षेत्रीय समीकरण का रखा गया ध्यान
हेमंत 2.0 मंत्रिमंडल गठन में धर्म, जाति और क्षेत्रीय संतुलन को अहमियत दी गई है. संथाल परगना से चार मंत्री बनाए गए हैं, जिसमें कांग्रेस कोटे से दीपिका पांडेय सिंह और इरफान अंसारी शामिल हैं. ईसाई कोटे से आने वाली शिल्पी नेहा तिर्की को पहली बार मंत्री बनाया गया है. पलामू प्रमंडल से राधा कृष्ण किशोर को प्रतिनिधित्व दिया गया है. वे पिछड़ी जाति से हैं और अनुभवी नेता हैं. कोल्हान से जेएमएम ने दीपक बिरुआ और रामदास सोरेन को दोबारा मौका दिया है. छोटानागपुर के बिसुनपुर क्षेत्र से आने वाले और सरना समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले चमरा लिंडा को पहली बार मंत्री बनाया गया है. कोयलांचल क्षेत्र से जेएमएम कोटे से योगेंद्र महतो और सुदिव्य कुमार सोनू को शामिल किया गया है. दोनों ओबीसी वर्ग से आते हैं. पिछड़ी जाति से आने वाले संजय प्रसाद यादव आरजेडी कोटे से हैं. क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए संथाल परगना से 4 मंत्री, कोल्हान से 2 मंत्री, छोटानागपुर से 2 मंत्री, कोयलांचल से 2 मंत्री और पलामू से 1 मंत्री बनाया गया है.