रांची(RANCHI): झारखंड प्रदेश कमिटी के खुद नेता एकजुट नहीं है. कांग्रेस के नेता ही प्रदेश अध्यक्ष पर सवाल उठा रहे हैं. इसमें नेताओं ने भाजपा के संपर्क में होने का दावा किया है. इस बयान के बाद कांग्रेस की अनुशासन कमिटी ने बैठक कर सभी नेताओं को कारण बताओं नोटिस भेजा है. नेताओं के द्वारा 14 दिनों में अनुशासन कमिटी को अपना जवाब देना है. जवाब सटीक नहीं होने पर नेताओं को पार्टी से निलंबित भी कर सकते हैं.
अनुशासन कमिटी के अध्यक्ष ब्रजेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि कुछ नेताओं के द्वारा पार्टी के सिद्धांतों से हट कर बयान दिया गया है. यह अनुशासन कमिटी को संज्ञान में आने के बाद बैठक कर सभी ने निर्णय लिया है कि सभी सदस्य को नोटिस भेज कर पूछा गया है कि आखिर क्यों आप पर कार्रवाई नहीं किया जाए. उन्होंने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष को अनुशासन कमिटी ने अनुशंसा कर सभी को निलंबित करने की मांग की है.
आलोक दुबे ,राजेश गुप्ता, शाधु शरण,राकेश तिवारी,सुनील सिंह,अनिल ओझा,लाल किशोर शहदेव को नोटिस भेजा गया है. सभी नेताओं पर अनुशासन से हट कर काम करने का आरोप लगा है. अनुशासन कमिटी के अध्यक्ष ब्रजेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि पार्टी किसी पर कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगी. पार्टी किसी भी कीमत पर अनुशासनहीनता बर्दास्त नहीं करेगी.