देवघर(DEOGHAR): स्वच्छ और स्वस्थ मेला बनाने के उद्देश्य से इस बार का राजकीय श्रावणी मेला धूम्रपान और तंबाकू सेवन मुक्त बनाया गया है.आगामी 22 जुलाई से देवघर में मासव्यापी राजकीय श्रावणी मेला की शुरुआत होगी. श्रावण मास में देश विदेश से श्रद्धालु बाबा मंदिर में जलापर्ण और पूजा अर्चना करने आते है. ऐसे में यहां आनेवाले श्रद्धालु एक सुखद अनुभव लेकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो इसके लिए पूरा मेला क्षेत्र को नशा मुक्त किया गया है. जिला उपायुक्त विशाल सागर द्वारा इसकी जानकारी दी गयी है.
नशा सेवन के दुष्परिणामों की जानकारी के लिए किया जाएगा प्रचार प्रसार
जिला प्रशासन द्वारा श्रावणी मेला को गैर धूम्रपान क्षेत्र घोषित किए जाने एवं तम्बाकू के दुष्परिणामों के प्रति आमलोगों में जागरूकता के लिए व्यापक रूप से मेला क्षेत्र में प्रचार-प्रसार किया जायेगा. साथ हीं श्रावणी मेला को धूम्रपान एवं तंबाकू मुक्त क्षेत्र घोषित किए जाने से पूरा मेला क्षेत्र में श्रावणी मेला सम्पन्न होने तक तंबाकू की खरीद बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा. श्रावणी मेला मार्ग, मंदिर परिसर आदि सभी संबंधित प्रमुख स्थलों में गैर धूम्रपान क्षेत्र ,तंबाकू मुक्त क्षेत्र के बोर्ड का व्यापक रूप से प्रदर्शन भी किया जाएगा.जिला प्रशासन द्वारा जानकारी दी गई है कि भारत में प्रति वर्ष 13 लाख से अधिक लोगो की मौत ध्रूमपान एवं तंबाकू के सेवन से होती है.
मेला क्षेत्र में पूर्णरूप से धूम्रपान को प्रतिबंधित किया गया है
झारखण्ड में 38.9 प्रतिशत व्यस्क आबादी किसी ना किसी रूप में तम्बाकू का इस्तेमाल करते हैं,जो कि राष्ट्रीय औसत 28.6 प्रतिशत से काफी अधिक है जो एक गंभीर चिन्ता का विषय है.आम जनमानस में व्यापक रूप से तम्बाकू के दुष्परिणामों के प्रति जागरूकता लाए जाने एवं सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन का प्रतिषेध और व्यापार तथा वाणिज्य उत्पादन, प्रदाय और वितरण का विनियमन) अधिनियम, 2003 (COTPA, 2003) के प्रभावकारी अनुपालन हेतु सरकार व जिला प्रशाषण कृत संकल्पित है,साथ ही COTPA, 2003 की धारा-4 के अन्तर्गत मेला क्षेत्र में पूर्णरूप से धूम्रपान को प्रतिबंधित किया गया है.
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा