Ranchi-राजधानी रांची में बालू की कीमतों आसमान छू रहा है. हालांकि यही स्थिति पूरे राज्य की नजर आती है. इस बीच झारखंड स्टेट मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (जेएसएमडीसी) के द्वारा छह साल के बाद जिला स्तर पर बालू घाटों का टेंडर करवाने की खबर आयी है. ध्यान रहे कि एक माह तक पहले तक 4500 रुपये तक में मिलने वाली बालू की कीमत में 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. यदि हम हाईवा की बात करें तो एक हाईवा टेंडर जो एक माह तक 28 हजार में मिलता था, उसकी कीमत 35 हजार तक पहुंच गयी.
इस हालत में लोगों की नजर टेंडर पर लगी हुई है, ताकि उन्हे बालू की इन बढ़ती कीमतों से मुक्ति मिले. लेकिन बालू का टेंडर की खबर तो जरुर है लेकिन इसके साथ ही बालू की खरीद की प्रक्रिया उलझाती नजर आ रही है, बताया जा रहा है कि जिन घाटों के लिए बालू का टेंडर किया जा रहा है, वहां से सीधे बालू की बिक्री नहीं होगी. बल्कि इसके विपरीत टेंडर लेने वाली कंपनी को वह बालू अपने डंपिंग यार्ड में रखना होगा, और उसके बाद डंपिंग यार्ड से बालू की बिक्री किसी कंपनी किसी और कंपनी के द्वारा की जायेगी. आम लोगों को जेएसएमडीसी की बेवसाइट या मोबाइल एप पर जाकर बालू की बुकिंग करवानी होगी.
इस बीच खबर यह है कि घाट का आवंटन की सूचना फैलते ही टेंडरकार्यकर्ताओं के द्वारा उठाव बंद करवाने की खबर आ रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस और इलाके के दंबग लोगों के द्वारा बालू की उगाही के बदले प्रति गाड़ी दस हजार रुपये तक की उगाही की जा रही है. और यही स्थिति लापुंग, बुढ़मू, रातू, सोनाहातू, बुंडू, सिल्ली, नामकुम, कर्रा सहित दूसरे थाना क्षेत्रों की है.