धनबाद(DHANBAD): उत्तर प्रदेश के दो कोयला कारोबारियों ने शुक्रवार को धनबाद न्यायालय में जिला खनन कार्यालय में पदस्थापित माइनिंग इंस्पेक्टर राहुल कुमार के खिलाफ वाद दायर कराया है. उनका आरोप है कि राहुल कुमार उनसे रंगदारी वसूलते हैं. 16 फरवरी 23 को बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के एनएच पर पुलिस की गाड़ी में बैठा कर उनसे ₹15000 रंगदारी वसूली. कारोबारियों का कहना है कि वह लोग धनबाद के लाइसेंसधारी कोयला कारोबारियों से कोयला खरीद कर उत्तर प्रदेश में ले जाकर बेचते हैं. उनका धंधा साफ-सुथरा है, लेकिन उन्हें लगातार परेशान किया जाता है. परेशान करने वाले माइनिंग इंस्पेक्टर राहुल कुमार ही हैं.
अधिवक्ता का कहना है
कारोबारियों के अधिवक्ता सुरेश जी मिश्रा का कहना है कि वाद दायर करने के पहले थाने में भी शिकायत की गई. एसएसपी साहब को लिखकर दिया गया. जब कहीं से कोई कार्रवाई नहीं हुई तो बाध्य होकर न्यायालय में वाद दायर किया गया है. अधिवक्ता के मुताबिक कारोबारियों ने धनबाद के एसीबी से भी राहुल कुमार की शिकायत की है. अधिवक्ता ने बताया कि सौरव यादव के केस को न्यायालय ने बरवा अड्डा थाना भेज दिया है और f.i.r. करने का निर्देश दिया है, जबकि शिवा सिंह के वाद को एडमिट कर लिया गया है.
जानिए 16 फ़रवरी को क्या हुआ था
बता दें कि खान निरीक्षक राहुल कुमार ने बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के जोड़ा पीपल के पास से 30 टन अवैध कोयला लदा ट्रक को 16 फ़रवरी को पकड़ा था. ट्रक सहित ड्राइवर शिव पूजन राय को बरवाअड्डा पुलिस के हवाले कर दिया गया. इस मामले में खान निरीक्षक ने झरिया निवासी कोयला कारोबारी मुकेश सिंह और गणेश पांडेय व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी कराई थी. बरवाअड्डा पुलिस में दिये आवेदन में कहा था कि जोड़ापीपल के सामने एनएच 19 पर अवस्थित स्कूल के सामने पेट्रोल पंप पर कोयला लदा एक ट्रक खड़ा था. बिहार के मुजफ्फरपुर जिला के मोतीपुर, मुसनडीह अदलपुर निवासी ट्रक ड्राइवर शिवपूजन राय से कागजात मांगने पर वह परिवहन चालान प्रस्तुत नहीं कर सका. ट्रक ड्राइवर ने शाहा इंडस्ट्रीज द्वारा जारी एक कागजात, इ-वे बिल की दो प्रति, वजन स्लीप दिखाया. जांच में पता चला कि शाहा इंडस्ट्रीज के नाम पर कोई भी कोल माइनिंग का डिलर्स लाइसेंस निर्गत नहीं हुआ है. पूछताछ में चालक ने बताया कि झरिया निवासी मुकेश सिंह के गोधर स्थित डीपो से कोयला लोड कर बिहार जा रहा था. गणेश पांडेय ने उक्त सभी कागजात मुहैया करवाया था.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद