धनबाद(DHANBAD): धनबाद और बंगाल में कोयला चोरी और तस्करी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की रेड के बाद अभी भी कोयलांचल सहमा हुआ है. कोयले की अवैध धंधे से फर्श से अर्श पर पहुंचे लोगों के चेहरे की हवाइयां उड़ी हुई है. रेड के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने रांची में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर धनबाद के कोयला चोरों की सूची जारी की थी. उन्होंने कई अवैध मुहानो का जिक्र किया था. कोयला चोर और तस्करों के नाम भी बताये थे. उसके बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा हमलावर हो गया और कहा कि धनबाद में भाजपा के संरक्षण में ही बड़ी मात्रा में कोयला चोरी और तस्करी हो रही है.
आरोप -बाबूलाल जी अपने लोगो के नाम लेने में डरते है
बाबूलाल मरांडी अपने लोगों का नाम लेने में डर रहे है. हालांकि इसके बाद बाबूलाल मरांडी की ओर से कोई सार्वजनिक बयान नहीं आया है. लेकिन अब बाबूलाल मरांडी झारखंड के चर्चित विधायक जयराम महतो के निशाने पर भी आ गए है. विधायक जयराम महतो ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कहा है कि बाबूलाल जी कोयला चोरी का लिस्ट जारी किए हैं, लेकिन उसमें अपने लोगों का नाम नहीं डाले है. राज्य की सरकार को भी इन मुद्दों पर गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए. यह बात तो सच है कि कोयलांचल में कोयला चोरी और तस्करी बहुत बड़ा मुद्दा बन गया है. कोल इंडिया की सबसे बड़ी इकाई बीसीसीएल धनबाद में चलती है.
क्यों कहा जाता कि --आउटसोर्सिंग कंपनियां भी कम जवाबदेह नहीं
अवैध कोयला खनन तो यहां होता ही है, कोयला चोरी के लिए आउटसोर्सिंग कंपनियां भी कम जवाबदेह नहीं है. राष्ट्रीय संपत्ति का नुकसान होता है. बीसीसीएल के पास सीआईएसएफ की भारी फौज है. कोलियरी इलाकों में पुलिस के थाने भी है. फिर भी कोयला चोरी रुकती नहीं है. इतना जरूर किया जाता है कि दिखावे के लिए कभी-कभार छापेमारी कर दी जाती है. पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कर दी जाती है, लेकिन इसके बाद सब कुछ पुराने ढर्रे से ही चलता है. बता दे की प्रवर्तन निदेशालय ने अभी हाल ही में झारखंड और बंगाल के 40 जगह पर छापेमारी की थी. इस छापेमारी में टीम को कुछ डायरियां भी बरामद हुई ही. जिनमे लाभार्थियों के नाम दर्ज है. हो सकता है कि यह डायरी आगे कई चेहरों को बेनका करे.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
