धनबाद(DHANBAD): देश की कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया और उसकी अनुषंगी कंपनियों में कार्यरत कोयला कर्मियों के लिए अच्छी खबर आ गई है .सभी रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 93,750 रुपए बोनस की राशि तय हुई है. यह राशि प्रत्येक कोयलाकर्मियों के खाते में 9 अक्टूबर के पहले आ जाएगी. हालांकि दिल्ली में मानकीकरण की बैठक सामान्य नहीं रही. मजदूर संगठनों ने एक लाख बोनस की मांग पर ज़िद्द बनाए रखा. लेकिन प्रबंधन भी अड़ा रहा.मजदूर संगठनों का कहना था कि इस साल कोल इंडिया को रिकॉर्ड मुनाफा हुआ है,इसलिए बोनस की राशि एक लाख होनी चाहिए. काफी जद्दोजहद के बाद 93,750 रुपए बोनस की राशि तय की गई.
बोनस में इस साल हुई रिकार्ड वृद्धि
लगभग सवा दो लाख कोयला कर्मी इस राशि से लाभान्वित होंगे. बोनस में इस साल 8,750 रुपए की रिकार्ड वृद्धि की गई है. 2023 में 85,000 बोनस कोयला कर्मियों को मिला था. एक आंकड़े के मुताबिक कोल इंडिया एवं अनुषंगी कंपनियों में लगभग सवा दो लाख कार्यरत कोयला कर्मियों के बीच 2050 करोड रुपए का भुगतान होगा. अगस्त 2024 के आंकड़े के मुताबिक बीसीसीएल में 33,139 कर्मी है ,जबकि सीसीएल में 33, 780 कर्मी कार्यरत हैं. ई सी एल में सबसे अधिक 48,074 कर्मी है. तो डब्लू सी एल में 32, 674, एमसी एल में 21,184, एन सीएल में 13,561, कोल इंडिया में 640, सीएमपीडीआईएल में 2762, एनई सी में 571 कर्मी कार्यरत हैं.
खास बात यह है कि कोयला कर्मियों के बोनस की चमक दुर्गा पूजा से लेकर दिवाली तक दिखेगी. कोयलांचल सहित झारखंड के बाजार में चहल-पहल बढ़ जाएगी. झारखंड में बोनस का 750 करोड रुपए आने का अनुमान है. कोयला कर्मियों के अलावे टिस्को, रेल, सेल, डीवीसी आदि में भी बोनस का भुगतान होगा. कोयला कर्मियों को सर्वाधिक बोनस मिलता है, इसलिए कोयला बोनस पर बाजार की भी निगाहे लगी रहती है.