धनबाद(DHANBAD) : पहले 40,000 में सदस्य बनते थे. अब 60,000 में बनना होगा. अपने जीवन साथी के अलावा दिव्यांग बच्चों के लिए भी अंशदान जमा कर रिटायर्ड कर्मी योजना के सदस्य बन सकते है. 31 मार्च' 2025 इसकी अंतिम तिथि निर्धारित की गई है. कहा गया है कि इसके बाद तिथि में बढ़ोतरी नहीं होगी. देश की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया अपने रिटायर्ड कर्मचारियों को मेडिकल सुविधा को लेकर गंभीर है. उन्हें एक और मौका देने जा रही है. उन्हें मेडिकल योजना (CPRMS-NE) में शामिल होने के लिए 31 मार्च तक का समय दिया गया है.
9 दिसंबर को रायपुर में आयोजित CPRMS-NE की बैठक का निर्णय
बताया गया है कि यह अंतिम मौका होगा. 9 दिसंबर को रायपुर में आयोजित CPRMS-NE की बैठक में लिए गए और निर्णय के अनुसार एलिजिबल कर्मचारी 31 मार्च '2025 तक सदस्यता की राशि जमा कर सकते है. उसके बाद वह सदस्य बन जाएंगे. जानकारी मिली है कि कोल इंडिया के महाप्रबंधक (कार्मिक) ने इससे संबंधित अधिसूचना भी जारी कर दी है. इसके मुताबिक इस योजना के तहत पात्र कर्मचारी अपने जीवनसाथी के साथ इस योजना के सदस्य बन सकते है. इसके अलावा पात्र दिव्यांग बच्चे भी सदस्यता शुल्क जमा करके योजना के सदस्य हो सकते है. बताया जाता है कि यह आखरी मौका है, और इसके बाद किसी भी परिस्थिति में तिथि को आगे नहीं बढ़ाई जा सकती है.
गैर कार्यकारी कर्मचारियों के लिए बनी है योजना
यह योजना कोल इंडिया व उसकी अनुषंगी कंपनियों के गैर कार्यकारी कर्मचारियों के लिए बनाई गई है. जो उनकी सेवानिवृत्ति के बाद चिकित्सा सुविधा प्रदान करती है. पहले इस योजना के सदस्य बनने के लिए ₹40,000 का भुगतान करना पड़ता था. अब इसे बढ़ाकर 60,000 कर दिया गया है. कोल इंडिया का उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है. कंपनी लाभ में भी चल रही है. देश ही नहीं, बल्कि विदेश की भी सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड अब 50 साल की हो गई है. पहली नवंबर" 2024 को इस कंपनी के गठन के 50 साल पूरे हो गए है. इस कंपनी को महारत्न कोयला कंपनी का भी दर्जा प्राप्त है. 1975 में, जहां कोल इंडिया का उत्पादन लगभग 90 मिलियन टन था. वहीं 2024 में इस कंपनी का उत्पादन 775 मिलियन टन के करीब पहुंच गया है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो