रांची(RANCHI): झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी की पूछताछ के बाद एक बार फिर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस संबोधन के दौरान सीएम ने ईडी की जांच में पूरी तरह से सहयोग करने की बात कही. मगर, सीएम ने ये भी साफ कर दिया कि सरकार तभी सहयोग करेगी कि जब जांच एजेंसी अपनी जांच में ईमानदारी और पारदर्शिता बरतेगी. इसके साथ ही सीएम ने ये भी कहा कि अगर जांच एजेंसी पारदर्शिता नहीं बरतती तो उनके विरोध करने का भी ताकत हम रखते हैं. सीएम के इस बयान के बाद एक बड़ा सवाल उठता है कि क्या सीएम को ईडी की ईमानदारी पर भरोसा नहीं, क्योंकि किसी राज्य के सीएम को किसी जांच एजेंसी की ईमानदारी पर भरोसा ना होना एक बहुत बड़ा सवाल करती है. आखिर सीएम को ईडी की जांच पर भरोसा क्यों नहीं है? इसका जवाब भी सीएम ने दिया है. लेकिन अब सीएम के बयान के अलावा और भी कुछ पहलुओं पर बात करेंगे.
सीएम हेमंत ने क्या कहा
जांच एजेंसियों के बारे में सीएम ने कहा कि जब ईडी मुझसे पूछताछ कर रही थी तो मैंने पूछा कि क्या आरोप जो आपने लगाया है, क्या वो दो साल में पूरा हो सकता है. तो ईडी के अधिकारियों ने कहा कि हमने दो सालों का आरोप नहीं लगाया गया है. इस पर सीएम ने पूछा कि जब आरोप 2 सालों के नहीं हैं तो इससे पहले के सरकारों से पूछताछ क्यों नहीं करते. सीएम ने इसके आगे कहा कि पूरे देश के भीतर गैर भाजपा शासित राज्यों में जो ये जांच एजेंसियों की कार्रवाई चल रही है, इसका जवाब इन एजेंसियों को भी देनी चाहिए.
दरअसल, हाल के कुछ महीनों और सालों में केन्द्रीय जांच एजेंसियों ने कई सारे रेड और कार्रवाई की. मगर, लगभग ये सारे कार्रवाई गैर-बीजेपी शासित राज्यों में हुई है. इसमें पश्चिम बंगाल, केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली, झारखंड, बिहार जैसे राज्य शामिल हैं. इस पूरी कार्रवाई में एक भी बीजेपी नेता के खिलाफ जांच एजेंसियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है.
सरयू राय ने भी उठाए ईडी की जांच पर सवाल
इस बारे में सीएम हेमंत सोरेन ही जांच एजेंसियों पर सवाल नहीं उठा रहे हैं. बल्कि कभी बीजेपी के नेता रहे और वर्तमान में निर्दलीय विधायक सरयू राय भी सवाल उठा रहे हैं. सरयू राय ने इस बारे में ट्वीट किया है. ऐसा माना जाता है कि सरयू राय बिना किसी साक्ष्य के बात नहीं करते. ऐसे में ईडी द्वारा सिर्फ हेमंत सोरेन से पूछताछ करने और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास से पूछताछ नहीं करने पर सरयू राय ने सवाल उठाए हैं. सरयू राय ने ट्वीट किया कि “ईडी के चार्जशीट में पीरपैंती साइडिंग से 251 रेल रैक स्टोन चिप्स का अवैध परिवहन बिना चालान हुआ, जिसमें 233 रैक रघुवर दास सरकार में और 18 रैक हेमंत सोरेन सरकार में हुआ है. दोनों अवैध परिवहन प्रेम प्रकाश की कम्पनी ने किया है. फिर पूछताछ केवल हेमंत सोरेन से ही क्यों?” सरयू ने इस ट्वीट के माध्यम से रघुवर दास पर भी सवाल खड़े किए हैं.
रघुवर दास पिछली बीजेपी सरकार में मुख्यमंत्री थे. ऐसे में सीएम हेमंत के बयान और सरयू राय के ट्वीट को जोड़ें तो उनसे पूछताछ ईडी क्यों नहीं कर रही है, इस पर लोग सवाल उठा रहे हैं. इसलिए सीएम हेमंत जनच में पारदर्शिता और ईमानदारी की बात कह रहे हैं.
ईडी ने सीएम हेमंत से की घंटों लंबी पूछताछ
बता दें कि अवैध खनन मामले में ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन से 17 नवंबर को करीब 8 से 9 घंटों तक पूछताछ की थी. झामुमो और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहले से इसके पीछे बीजेपी की साजिश का आरोप लगाते रहे हैं. उनका कहना है कि बीजेपी जांच एजेंसियों के जरिए सरकार को अस्थिर करना चाहती है. विपक्ष के नेता लगातार केंद्र में बैठी बीजेपी सरकार पर जांच एजेंसियों का दूरउपयोग का आरोप लगाते रहे हैं.