पलामू(PALAMU): झारखंड में केन्द्रीय जांच एजेंसियों की पकड़ दिन ब दिन नेताओं और कारोबारियों पर कसती ही जा रही है. एक ओर ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए तलब किया है, तो वहीं एक ओर इंनकम टैक्स काँग्रेस के दो विधायकों के यहां छापेमारी कर रही है. मगर, इससे हमारे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन डरने के बजाए लड़ने को उतारू हैं और लगातार बीजेपी और केन्द्रीय एजेंसियों पर पलटवार कर रहे हैं. पलामू में आपकी योजना आपके द्वार कार्यक्रम में भी सीएम ने केन्द्रीय एजेंसियों पर जमकर हमला बोला और उन्हें बेशर्म के साथ-साथ उन्हें डूब मरने तक कह दिया.
“विरोधी पार्टी को बुखार चढ़ गया है”
दरअसल, सीएम ने बीजेपी पर सरकार को अस्थिर करने के आरोप के साथ अपना पलटवार शुरू किया. उन्होंने कहा कि सरकार को डराने और धमकाने में वे राजनीतिक रूप से नहीं सक रहे हैं तो संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करने लगे हैं.
उन्होंने कहा कि आज हमारे काम देखकर लोगों में उत्साह है. लोगों के इस उत्साह को देखकर विरोधी पार्टी को बुखार चढ़ गया है. और एन केन प्रकारेण लगे हैं, इस सरकार को हिलाने डुलाने में. सरकार को गिराने में, सरकार को डराने और धमकाने में. राजनीतिक रूप से नहीं सक रहे हैं तो संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रहे हैं.
“चिट्ठी देकर अगले दिन आगे आने के लिए कहा जाता है”
सीएम ने कहा बड़ा विचित्र बात है, मुझे भी अपने दफ्तर बुलाने का समन भेजा गया है. ईडी की तरफ से कल चिट्ठी दिया जाता है और आज आने के लिए कहा जाता है. सीएम ने पूछा कि क्या हमलोग संवैधानिक पदों पर नहीं बैठे हैं? क्या हम उन्हें चोर उचक्के दिखते हैं? सीएम ने कहा कि आज उनको तकलीफ इस बात का है कि उनलोगों ने जो गरीबों को आंसू दिये हैं, उसे पोंछने का काम हम कर रहे हैं.
“बीजेपी की गाड़ी में अधिकारी छापेमारी करने जा रहे हैं“
सीएम हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि आज भी हमारे विधायकों के यहां छापा पड़ रहा है. और मजेदार बात ये है कि विधायकों के यहां जो अधिकारी छापा मारने गए हैं वो भारतीय जनता पार्टी की गाड़ी में जा-जाकर छापामारी कर रहे हैं. कमाल का बात है, क्या बात है, ये लोग मुंह काला करके घूम रहे हैं. ये लोग संवैधानिक संस्थाओं का चोला पहनकर राज्य की जनादेश को ये लोग ठेंगा दिखाने का काम कर रहे हैं.
“डूब मरना चाहिए इन्हें”
उन्होंने कहा कि बड़ी विचित्र हालत है, ऐसी अराजकता देश आजाद होने के बाद कभी नहीं देखी गई है, बताइए ईडी, सीबीआई और इंकम टैक्स के लोग भारतीय जनता पार्टी की गाड़ी में जा रहे हैं, छापा मारने के लिए, शर्म आना चाहिए, डूब मरना चाहिए इनको, ये नैतिकता का पाठ हमें पढ़ते हैं. ये नोटिस देकर के आदिवासी, दलित और पिछड़ों को बेइज्जती करने का काम करते हैं. इनको पचता नहीं है कि एक आदिवासी नौजवान इस राज्य के लोगों की भलाई के लिए काम करे.
“ये हमें डरा सकते हैं मगर परास्त नहीं कर सकते”
हेमत सोरेन ने कहा कि आपको समझना होगा कि आज इनकी जो सोच है बेशर्मी है, वो इतने नीचे स्तर तक जा चुकी है, जिसका अंदाज आपको नहीं है. सच्चाई और ईमानदारी को आप थोड़ी देर के लिए डरा भले सकते हैं, परास्त नहीं कर सकते. आज हम मजबूती से इनका जवाब देने के लिए तैयार हैं.
एक ओर केन्द्रीय एजेंसियों की छापेमारी और दूसरी ओर सीएम का ये बयान. दो संवैधानिक शक्तियों के बीच ऐसा टकराव पहले कभी नहीं देखा गया. अगर ऐसा ही चलता रहा तो ये देशहित और लोकतंत्र के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है. यह देश के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है. इसके जल्द समाधान की जरूरत है.