रांची(RANCHI): झारखंड विधानसभा शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन है. शीतकालीन सत्र के पहले दिन से विपक्ष सदन में हंगामा करते नजर आ रही थी. सरकार से 1932 रोजगार समिति विभिन्न मुद्दों पर सवाल कर रहा था. लेकिन सदन के आखिरी दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरकार के उपलब्धियां को गिनाया. सीएम हेमंत सोरेन ने सीधे तौर पर कहा की विकास की एक लंबी लकीर हमारी सरकार ने खींचा है. जिसे मिटाने में विपक्ष को समय लग जाएगा हम झारखंड के हित में काम कर रहे है.
देश का पहला राज्य जहां के आदिवासी बच्चे विदेश में कर रहे पढ़ाई
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य के बच्चे विदेश में जाकर पढ़ाई कर रहे हैं. जिससे झारखंड का नाम देश में सुर्खियों में बना है. देश का पहला राज्य झारखंड है जहां के आदिवासी बच्चे विदेश में पढ़ाई कर पा रहे हैं. इसके अलावा देश में रहकर अगर कोई पढ़ाई करना चाह रहा है. उसे भी सरकार बिना किसी गारंटी पर लोन देकर उनके सपनों को साकार करने का मौका दे रही है. झारखंड के ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी इलाकों के बच्चे जो पढ़ाई में मजबूर है, उन्हें सरकार पढ़ाई में मदद कर रही है. जिससे वह अपने सपनों को साकार कर सके और झारखंड का नाम रोशन करें.
8 लाख जरूरतमंदों को मिला अबुआ आवास
वहीं अबुआ आवास पर बोलते हुए कहा कि 8.50 लाख जरूरतमंदों को अबुआ आवास देने का काम हमारी सराकर ने किया है. तमाम जगहों पर कैंप लगाकर उनके आवेदन लिए जा रहे हैं. आवेदन के बाद तमाम लोगों के सपनों का घर तीन कमरों का घर सरकार देगी. जरूरत पड़ी तो और तैयारी है 8:30 लाख के बाद भी जरूरतमंदों को सरकार घर देगी. जो वादा सरकार ने सत्ता में आने से पहले किया था. उसे पूरा करने का काम कर रही है. केंद्र सरकार ने गरीबों को आवास देने से हाथ पीछे खींच लिया था. इसके बाद राज्य सरकार ने अपने वादे के तहत राज्य सरकार से आवास देने की प्रक्रिया शुरू की गई है.
विपक्ष पर हेमंत सोरेन ने साधा निशाना
वहीं विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा के विपक्ष के लोग बिना मुद्दे के सदन में हंगामा कर जनता के मुद्दों पर चर्चा नहीं करते. उन्होंने कहा कि सदन से खुद विपक्ष के तमाम विधायक भाग जाते हैं. ना कि हम लोग उन्हें निकलते हैं जैसा कि लोकसभा में चल रहा है. इसके साथ ही निलंबित विधायकों पर बोलते हुए कहा कि सदन से तीन लोगों पर कार्रवाई की गई है. यह लोग पहले से चाहते थे विधानसभा अध्यक्ष ने निलंबित करें जिस तरह से सदन में हंगामा तमाम विधायक भाजपा कर रहे थे. अगर ऐसा लोकसभा या राज्यसभा होता तो वह क्या होता है किसी छुपा नहीं था. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को धन्यवाद दिया कि काफी संयम के साथ सदन की कार्यवाही में तमाम विधायक को बोलने का मौका दिया उनकी बातों को सुना.
बार-बार 1932 के विधेयक को रोकने का प्रयास किया जा रहा है
इसके साथ ही उन्होंने 1932 के मुद्दे पर बोलते हुए कहां की झारखंडी भावना से यह मुद्दा छुड़ा हुआ है. लेकिन बार-बार पिछले दरवाजे से इस विधेयक को रोकने की कोशिश की जाती है. फिर से हमने विधेयक को राज्यपाल को भेजा है हमें उम्मीद है कि वह इसे आगे बढ़ने का काम करेंगे. जो वादा सरकार में सत्ता में आने से पहले हमने किया था, उसे एक-एक कर हमारी सरकार पूरा कर रही है.
रिपोर्ट. समीर हुसैन