बिहार(BIHAR): दिल्ली में शनिवार को हुए नीति आयोग की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान पटना पहुंचे. जहां उन्होंने बैठक में विपक्ष द्वारा बनाए जा रहे मुद्दों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि नीति आयोग की बैठक में बिहार के वित्त मंत्री सह उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी शामिल थे. उन्होंने कहा कि अब उनकी माइक को लेकर विपक्ष सवाल उठा रहा है यह सरासर झूठ है, बैठक में मैं भी मौजूद था. हर प्रतिनिधि को बैठक में अपने राज्य के बारे में बोलने का मौका मिला. यह समय सीमा आयोग के तरफ से तय की गई थी, उसी तरह सीमा के अंदर सभी को बोलना था. अब विपक्ष माइक बंद का मुद्दा बना रहा है, यह गलत है.
बैठक में ममता बनर्जी की राजनीति
चिराग पासवान ने पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा नीति आयोग की बैठक पर उठाए जा रहे सवाल पर कहा कि ममता बनर्जी बैठक में राजनीति करना चाहती थी. बैठक के बीच में ही वह चली गई और सवाल खड़ा कर रही हैं, जो गलत है. उन्होंने कहा कि यदि पश्चिम बंगाल के बारे में उन्हें और कुछ बोलना था तो समय मांगती नीति आयोग के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद थे. उन्हें बोलने का मौका दिया जाता क्योंकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी राज्यों के प्रतिनिधि से राज्य के बारे में जानना चाहते थे. लेकिन ममता बनर्जी सिर्फ राजनीति करने के लिए उसे बैठक में शामिल हुई थी.
बिहार का होगा विकास
केंद्रीय बजट को लेकर विपक्ष के तरफ से उठाए जा रहे सवाल को लेकर भी चिराग पासवान ने जवाब दिया उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जो बजट पेश किया है. उस बजट में हर वर्ग को ध्यान में रखा गया है. खासकर बिहार को लेकर जितनी भी घोषणाएं हुई है, इस बजट के माध्यम से बिहार का विकास होगा. उन्होंने कहा कि बिहार में बाढ़ जैसी त्रासदी को लेकर भी हमने सवाल उठाया है. सरकार ने आश्वासन भी दिया है कि उसका भी निदान बहुत जल्द निकला जाएगा.
काम से ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका सदन में
वहीं बिहार में मानसून सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सत्र से गायब रहे. इस पर चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव पर वार करते हुए कहा कि जितना जरूरी परिवार का काम है, उतनी विपक्ष की भूमिका सदन में होती है, अब हमें नहीं पता कि तेजस्वी यादव सत्र के दौरान बैठक में शामिल होने के लिए सदन में क्यों नहीं गए लेकिन जो नेता प्रतिपक्ष की भूमिका होती है, उन्हें निभाना चाहिए.