Dumka:-उपराजधानी दुमका में मंगलवार को छात्र चेतना संगठन का 26वां स्थापना दिवस यज्ञ मैदान में पूरे संकल्प और उत्साह के साथ संपन्न हुआ.
निकाली गई मोटरसाइकिल रैली
सालाना समारोह में महापुरुषों के चित्रों पर माल्यार्पण के बाद युवाओं ने शहर में मोटरसाइकिल रैली निकाली. रैली को संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष हिमांशु मिश्रा, केंद्रीय सलाहकार डॉ आर के नीरद और प्रदेश अध्यक्ष डॉ हनीफ ने झंडी दिखा कर रवाना किया. वंदे मातरम के नारे के साथ युवाओं ने शहर का परिभ्रमण करते हुए स्वामी विवेकानंद, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर, सिदो कानू, सरदार पटेल, तिलका मांझी और सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और युवा शक्ति राष्ट्रभक्ति के संदेश पूरे शहर में प्रसारित किया.
युवा पीढ़ी के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी
समारोह को संबोधित करते हुए संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष हिमांशु मिश्रा ने कहा कि भारतीय सभ्यता और संस्कृति के उन मूल्यों की रक्षा करना मौजूदा पीढ़ी की बड़ी जवाबदेही है, जिनकी बदौलत ज्ञान, शोध और संस्कार के क्षेत्र में दुनिया में अग्रणी रहा है। उन्होंने यह संकल्प दोहराया के छात्र चेतना संगठन समाज के सभी वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की सम्मिलित तैयारी की सुविधा प्रदान कर रहा है, ताकि आने वाले समय में झारखंड की प्रशासनिक सेवा में इन युवाओं की महत्वपूर्ण भागीदारी हो। 2030 तक एक सौ डिप्टी कलेक्टर बनाने का लक्ष्य है,और यह तभी संभव है जब हमारे युवा साथी यह प्रतिज्ञा करें कि प्रतिदिन कम से कम 12 घंटे समर्पित होकर स्वाध्याय करें. स्वाध्याय और संकल्प की इस शक्ति का स्रोत कोई और नहीं माता-पिता हैं. वही ब्रह्मा, विष्णु और महेश हैं, जहां से हमें अपने संकल्पों को पूरा करने की ताकत मिलती है. उन्होंने माता-पिता का प्रथम अभिनंदन और पूर्ण समर्पण से सम्मान करने का आह्वान किया
युवा शक्ति का देश है भारत
इधर अपने संबोधन में संगठन के केंद्रीय सलाहकार डॉक्टर आरके नीरद ने कहा कि भारत युवाओं का देश है. यह छात्र चेतना संगठन का 26 वां स्थापना वर्ष है. इन 26वर्षों में देश बहुत बदल चुका है. देश की परिस्थितियां बदली हैं,जनसंख्या अनुपात बदला है. जनसंख्या में युवाओं की हिस्सेदारी बढ़ी है और यह सब मिलकर एक नए भारत के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करता है.
सभ्यता-संस्कृति को बचाने की गुजारिश
प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर हनीफ ने कहा कि युवा शक्ति, युवा भक्ति, युवा वर्ग को समर्पित स्थापना दिवस देश की संस्कृति और सभ्यता को बचाना है. उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि मेजिनी ने 1831 में इटली में यंग इटली की स्थापना करते हुए कहा था कि अगर देश की संस्कृति, आजादी और अक्षुण्णता को बचाना है तो युवाओं को आगे बढ़कर आना होगा.
चंद्रशेखर आजाद से प्रेरणा लेने की अपील
संगठन की मातृ शक्ति श्यामा देवी ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद के जीवन, त्याग, बलिदान और मूल्यों की चर्चा करते हुए युवाओं को उनसे प्रेरणा लेने की अपील की. उन्होंने कहा कि सरकार अगर रोजगार की संभावनाएं साकार नहीं कर पा रही, तो युवाओं को अपने बल पर अपने पैरों पर खड़ा होना चाहिए और खुद को साबित करना चाहिए.
समारोह में मौजूद रहे कई गणमान्य लोग
समारोह को जिला छात्रा प्रमुख मलोती टुडु, दुर्योधन यादव, प्रशांत मंडल आदि ने भी संबोधित किया, सरैयाहाट के गंगाधर यादव ने अपनी रचना प्रस्तुत की. कार्यक्रम का संचालन मृत्युंजय मिश्रा ने और धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक राकेश मिश्रा ने किया.इस अवसर पर मीत राज डांस एकेडमी के बच्चों ने एक से बढ़ एक समूह नृत्य प्रस्तुत कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. कार्यक्रम के आयोजन में राकेश मिश्रा, ओम तिवारी, केशव मिश्रा,अमित ठाकुर, आकाशदीप, विकास यादव,प्रेम यादव, लंबोदर यादव, पिंटू मांझी, विवेक गुप्ता, श्याम राय,मुकेश राय, हरिहर राय, परमजीत झा, सुभाष यादव, मंजु कुमारी, शुषीला टुडू, मोनिका कुमारी, सुभाशिनी मुर्मू, लगोनी टुडू, बसंती टुडू आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
रिपोर्ट- पंचम झा