चतरा (CHATRA): सदर थाना क्षेत्र के चार गांवों में वीरानी छाई हुई है. स्कूलों से बच्चे नदारद हैं तो चौक-चौराहों पर सन्नाटा पसरा है. घरों में ताला लटका हुआ है, और किसानों के खेत में लगी फसल भी बर्बाद हो रही है. आप सोचेंगे ऐसा क्यों. दरअसल, 8 नवंबर को एक वारदात हुई थी जब ग्रामीणों ने ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस अधिकारी और जवानों के साथ बेरहमी के साथ मारपीट कर दी थी और पुलिस वाहनों को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. उसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 50 हमलावरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जिसके बाद से पुलिसिया कार्रवाई के वैसे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. हालांकि घटना के करीब 12 दिन बाद चतरा विधायक सह सूबे के श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण और कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता गांव पहुंचे और घटना की जानकारी ली.
निर्दोष भी दोषियों को सूची में शामिल
ग्रामीणों का कहना है कि कई ऐसे निर्दोष भी इस मामले में फंस गए हैं जो घटना के दिन गांव में थे ही नहीं. बावजूद उनके एफआईआर में नाम जोड़ दिया गया. ग्रामीणों ने भी जांच कर घटना में शामिल दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि घटना के बाद गांव के बच्चे, बुजुर्ग, महिला और नौजवान सभी भय के मारे गांव छोड़कर फरार हैं. आज मंत्री के आगमन की सूचना मिली तो कुछ चोरी-चुपके लोग गांव पहुंचे थे. ग्रामीणों के गांव छोड़कर चले जाने से फसल के साथ-साथ मवेशियों पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है.
ग्रामीणों ने किया था जवानों पर हमला
गौरतलब है कि विगत 8 नवंबर को तड़के सुबह टीकर पंचायत क्षेत्र में बेकाबू पिकअप ने बाइक सवार तीन युवकों को जोरदार टक्कर मार दी थी. इस दुर्घटना में जहां एक युवक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी. वहीं दो अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे. जिन्हें घटना की सूचना पाकर तत्काल मौके पर पहुंची पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए अपने वाहन से इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया था. वहीं घटना के बाद गाड़ी लेकर भाग रहे शराब के नशे में धुत पिकअप चालक की ग्रामीणों द्वारा पकड़कर बेरहमी से पिटाई की सूचना पर मौके पर रेस्क्यू के लिए पहुंचे एएसआई शशिकांत ठाकुर के साथ असमाजिक तत्वों और हमलावरों ने पकड़कर बर्बरता पूर्ण तरीके से मारपीट करते हुए उनकी वर्दी फाड़ दी थी. इतना ही नहीं मौके पर पहुंचे एसडीपीओ, थाना प्रभारी, सशस्त्र बल के जवानों पर भी आक्रोशित भीड़ ने पथराव कर पुलिस की कई गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया था. उपद्रवियों और असामाजिक तत्वों के इस हमले में पुलिस के कई पदाधिकारी और जवान भी घायल हो गए थे. जिसका वीडियो बनाकर असामाजिक तत्वों और हमलावरों ने सोशल मीडिया में भी वायरल कर दिया था.
वीडियो के आधार पर 50 हमलावर की हुई गिरफ्तारी
वायरल वीडियो के आधार पर घटना में शामिल 50 हमलावर को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. वहीं मामले में करीब डेढ़ सौ नामजद समेत साढ़े 300 लोगों के विरुद्ध ऑन ड्यूटी पुलिस पदाधिकारी के साथ मारपीट, पथराव, सरकारी संपत्ति को क्षतिग्रस्त करने और लूटपाट करने की प्राथमिकी दर्ज की थी. जिसके बाद लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ईलाके में छापेमारी अभियान चला रही है. इसी भय से ग्रामीण अपने घरों में ताला जड़कर गांव छोड़ फरार हो गए हैं.
रिपोर्ट: संतोष कुमार सिंह, चतरा