रांची(RANCHI):अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर चारधाम की यात्रा शुरू हो गई है. वहीं अक्षय तृतीया के मौके पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ पहुंच कर जय केदार के जयकारे लगा रहे हैं. इस दौरान पूरी केदारनाथ नगरी गूंज उठी है. उत्तराखंड केदारनाथ धाम के कपाट भक्तों के लिए 10 मई शुक्रवार की सुबह खोल दिये गए हैं. और वहींं बद्रीनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को थोड़ा और इंतजार करना होगा. बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई सुबह लगभग 6 बजे खोले जाएंगे. आज सुबह 7.10 बजे केदारनाथ धाम के प्रमुख रावल भीमाशंकर लिंग ने पूर्ण विधि-विधान से मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोले गए है. इसके बाद सुबह 10.29 बजे यमुनोत्री धाम और 12.25 बजे गंगोत्री धाम के कपाट खोले गए है. चारधाम यात्रा शुरू होने के मौके पर भक्तजनों को संदेश दिया गया कि यात्रा के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और प्लास्टिक का इस्तेमाल करने से बचें. एवं यह भी संदेश दिया गया कि सरकार ने चारधाम आने वाले बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा की विशेष ध्यान रखी गई हैं.
मालूम हो कि उत्तराखंड में केदारनाथ भगवान शिव का पवित्र धाम है. हर वर्ष लाखों की संख्या में लोग यहां दर्शन करने आते हैं और केदारनाथ धाम को भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंग और पंच केदार में भी शामिल किया जाता है और केदार नगरी में स्थापित शिवलिंग स्वयंभू है. इन्हीं कारणों से मंदिर का महत्व और भी बढ़ जाता है.
वहीं अगर हम बद्रीनाथ धाम की बात करें जो चार धाम में से एक प्रमुख धाम है. यह धाम हिमालय की पर्वत श्रेणी में अलकनंदा नदी के तट पर है. बद्रीनाथ भगवान विष्णु का मंदिर है. और यहां नर और नारायण की उपासना की जाती है. बता दें कि ये मंदिर दर्शनमण्डप, गर्भगृह और सभामंडप इन्हीं तीन भागों में विभाजित हैं.