सरायकेला (SARAIKELA): सरायकेला जिले में पिछले चार दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण सुवर्णरेखा बहुउद्देशीय परियोजना बने चांडिल डैम का जलस्तर बढ़ने के बाद ईचागढ़ गांव के साथ. बाबू चामन्दा भी जलमग्न हो गया है. गांव की सड़कें पानी में डूबी हुई हैं. स्कूल और बासंती मंदिर भी जलमग्न हैं. सड़कों पर घुटने तक पानी भरा हुआ है. ऐसे में लोगों को यह डर सता रहा है कि कहीं उनके घर भी जलमग्न ना हो जाएं और उन्हें परेशानियों का सामना न करना पड़े. ईचागढ़ समेत डोबो क्षेत्र के कई गांवों में डैम का पानी पहुंच गया है. ऐसे में विस्थापित अब दहशत के साये में रहने पर मजबूर हैं.
चांडिल डैम का बढ़ता जा रहा जलस्तर
बता दें कि झमाझम हो रही बारिश के बाद डैम का जलस्तर 182 मीटर तक पहुंच गया है. डैम का जलस्तर बढ़ने के कारण परियोजना प्रशासन ने 9 रेडियल गेटों को एक-एक मीटर तक खोल दिया गया है. रेडियल गेट को एक-एक मीटर तक खोलकर जलस्तर को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि देर रात से डैम का जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ. इसके बाद परियोजना प्रशासन ने डैम के तीन रेडियल गेटों को खोलने का निर्णय लिया. शाम 6 बजे तक बढ़कर 181.95 मीटर तक पहुंच गया. रेडियल गेट खोले जाने के बाद भी डैम का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. वैसे परियोजना प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है. जलस्तर बढ़ते रहने की स्थिति में और अधिक रेडियल गेटों को खोले जाने की संभावना है .
रिपोर्ट. बीरेंद्र मंडल