चाईबासा(CHAIBASA): पश्चिमी सिंहभूम जिले के घौर नक्सल प्रभावित टोंटो थाना क्षेत्र में पड़ने वाले तूरिया जंगल में एक बार नक्सलियों द्वारा लगाये गए आईईडी बम बलास्ट हुआ. इस बार भी हुए आईईडी बम बलास्ट में काण्डे लागूरी नामक ग्रामीण चपेट में आ गया. जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई. इधर पुलिस को सूचना मिलने पर कार्रवाई में जुट गई है.
जानकारी के अनुसार टोंटो थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले लूईया गांव के काण्डे लागूरी बुधवार को तूरिया जंगल पत्ता तोड़ने के लिए गया हुआ था. उसी दौरान करीब दिन के 12 बजे आईईडी बलास्ट हुई जिसके चपेट में आ जाने से काण्डे लागूरी की मौत हो गई. इधर टोंटो पुलिस को गुरुवार को सूचना मिली कि तुरिया जंगल में आईईडी बम बलास्ट के चपेट आने से एक ग्रामीण काण्डे लागूरी की मौत हो गई है. यह सूचना मिलने के बाद टोंटो पुलिस मृतक के शव को लाने की तैयारी कर रही है.
आखिर कब तक ग्रामीण नक्सलियों द्वारा लगाये गए बम का होते रहेगें शिकार
ज्ञात हो कि नक्सलियों द्वारा चाईबासा पुलिस को उड़ाने की साजिश के तहत जंगल में आईईडी बम लगा रखा था,क्योंकि पिछले चार महीने से नक्सलियों की खोज में चाईबासा पुलिस सीआरपी एफ के सहयोग से लगातार जंगलों में सर्च ऑपरेशन चला रखी है. इन चार माह में कई सीआरपीएफ के जवान भी घायल हो चुके है और अब तक छह से ज्यादा ग्रीमण और जानवर की मौत हो चुकी है. अब यह चर्चा होने लगी है कि आखिर कब तक ग्रामीण नक्सलियों के द्वारा जंगलों में लगाये गए बम का शिकार होते रहेगें,कब तक थमेगा यह करवाई. जबकि उस क्षेत्र के लोगों के लिए मुख्य कारोबार पत्ता तोड़ कर लाना तथा जलावन लकड़ी लाकर बाजार में बेचकर अपना परिवार का जिवको पार्जन का एक मात्र साधन है,लेकिन नक्सलियों के इस कार्रवाई से उन ग्रामीणों पर आफत आ गई है.
रिपोर्ट:संतोष वर्मा