रांची (RANCHI): झारखंड में सियासी हलचल तेज़ है. ईडी और आईटी विभाग लगातार राज्य के विधायकों, उनके करीबीयों और व्यवसायियों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. किसी के आवास पर 36 घंटो से छापेमारी जारी है, वही किसी के यहा दोपहर भर में ही छापेमारी ख़त्म कर दी गई. शुक्रवार की सुबह से ही आईटी विभाग सक्रिय दिखी. आयकर विभाग ने शुक्रवार सुबह एक साथ 70 ठिकानों पर छापेमारी शुरू की, जो देर रात तक जारी रही. जिसके बाद अगले दिन भी इनकी छापेमारी जारी रही. पहले अनूप सिंह, फिर प्रदीप यादव, कोयला कारोबारी अजय सिंह और प्रदीप यादव के करीबी श्यामकांत यादव के आवास और दफ्तर में छापेमारी की गई. करीब 36 घंटे की इस छापेमारी में विभाग ने 1.27 करोड़ रुपए कैश, जेवरात और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए. आयकर विभाग ने इसकी पुष्टि की है. इस दौरान आईटी की टीम को बेरमो के कोयला कारोबारी अजय सिंह के घर से सबसे ज्यादा 70 लाख रुपए कैश और जेवरात मिले. जेवरात की कीमतों का आकलन किया जा रहा है. वहीं बेरमो में ही एक अन्य कोयला कारोबारी लक्की सरदार के यहां से पांच लाख रुपए नकद मिले. विधायक प्रदीप यादव के घर से आयकर गिनने अधिकारियों को दो लाख और उनके एसबीअ करीबी श्यामाकांत यादव के आवास से सिं 40 लाख नकद मिलने की बात सामने आयी. इसके अलावा दुमका में विनोद कुमार लाल के यहां भी गोड्ड 9 लाख रुपए बरामद हुए हैं.
कौन करेगा बदनामी की भरपाई - अनूप सिंह
वहीं शनिवार को भी अनुप सिंह के रांची आवास पर आइटी की रेड जारी रही. रेड के बीच में अनुप सिंह ने मीडिया के बीच आकर आइटी के अधिकारियों पर दबाव बनाने का आरोप लगया. अनुप सिंह ने कहा कि रांची आवास पर रेड कब का खत्म हो चुकी है. उन्होंने आइटी विभाग पर सहपरिवार उन्हें जबजस्ती कैद कर के रखने का भी आरोप लगाया. रेड के दौरान उन्होंने बताया कि उनके आवास से 90 हजार नगद और 9 लाख रुपये के गहने मिले है. इन्होंने अजय सिंह के बेरमो आवास पर मिले पैसे को भाजपा का बताया. कहा कि अजय सिंह उनके विरोधी है. अब उनके यहां पैसा मिल रहा है तो उसमें भाजपा वालों से पूछना चाहिये. अनूप सिंह के पटना आवास में रेड में आईटी को 600 रुपए और कुछ दस्तावेज मिले है. आईटी की कार्रवाई से नाराज अनूप सिंह ने कही कि राजनितिक शाजिस के तहत उनके आवासों पर छापेमारी करवाई गई है. आईटी को ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे वो गलत साबित होते हैं. उन्होंने कही कि आईटी की छापेमारी से से उनकी जो बदनामी हुई उसकी भरपाई कौन करेगा ?
अब कौन होगा आईटी का मोहरा ?
कर चोरी मामले में आयकर विभाग की टीम की कार्रवाई से सभी राजनैतिक पार्टी और नेताओं के बीच हड़कम मचा हुआ है. अब तो आने वाला समय ही बताएगा की ED और IT विभाग का अगला मोहरा कौन होगा.