रांची(RANCHI): पिछले दिनों कॉंग्रेस और जेएमएम के नेताओं के यहां हुए ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद झारखंड की राजनीति दिलचस्प होती जा रही है. विवादों से घिरी हेमंत सोरेन सरकार ने भी पूर्व मंत्री अमर कुमार बाउरी, रणधीर कुमार सिंह, डॉ नीरा यादव, लुईस मराण्डी एवं नीलकंठ सिंह मुंडा के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति केे अग्रतर जांच के लिए पी.ई. दर्ज करने का निर्देश दे दिया है. झारखंड के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो रांची द्वारा पूर्व मंत्रियों पर आय से अधिक संपत्ति के आरोप की पुष्टि हुई है .
बता दें कि W.P. (PIL) 316/ 2020 पंकज कुमार यादव बनाम झारखंड राज्य एवं अन्य के संबंध में मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग द्वारा पूर्व सरकार के मंत्रियों के विरुद्ध एफ. आई.आर. दर्ज कर गोपनीय सत्यापन प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का अनुरोध भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, रांची से किया गया. जिसमें भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो रांची द्वारा पूर्व मंत्री अमर कुमार बाउरी, पूर्व मंत्री रणधीर कुमार सिंह, पूर्व मंत्री डॉ. नीरा यादव, पूर्व मंत्री लुईस मरांडी एवं पूर्व मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा पर परिवादी द्वारा लगाए गए आरोप के लिए अलग-अलग पी.ई. दर्ज करने कीअनुमति की मांग की गई है.
पूर्व मंत्रियों पर सरकार कस रही अपना शिकंजा, क्या ये है बदले की कार्रवाई
जिस प्रकार एक के बाद एक सोरेन सरकार फैसले ले रही इससे सरकार फुल फ़ॉर्म में दिख रही है. ईडी और आईटी की कार्रवाई के बाद इस प्रकार के जांच के आदेश बहुत कुछ बयान कर रहे. बहरहाल सरकार भी दो दो हाथ के मूड में आ गई है. झारखंड के सियासी पारा के इस सर्दी में बढ़ने के आसार नजर आ रहे हैं.
रिपोर्ट : रंजना कुमारी