देवघर(DEOGHAR):बाल विवाह अभी के समय मे कहीं से भी उचित प्रतीत नहीं होता है. बाबानगरी देवघर की बात करे तो पूरे राज्य में बाल विवाह के मामले में दूसरे पायदान पर है, जो एक चिंतनीय विषय है. वहीं जिला प्रशासन ने देवघर को बाल विवाह मुक्त बनाने के प्रति गंभीर है. जिला प्रशासन के कर्मी,सेविका,सहायिका के साथ चेतना विकास मंच संस्था के सहयोग से जिला को बाल विकास मुक्त बनाया जाएगा.
दीपोत्सव मना कर अभियान की हुई शुरुआत
बाल विवाह मुक्त जिला बनाने को लेकर जिला प्रशासन से लेकर आज से सभी संकल्पित हो गए है. जिला मुख्यालय में दीपोत्सव मना कर आज 10 दिसंबर तक जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई है. जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, चेतना विकास मंच के पदाधिकारी और समाहरणालय कर्मियों ने दीप जलाकर बाल विवाह मुक्त जिला बनाने की शपथ खाई. जहां इस अभियान में गांव से लेकर शहर तक के जनप्रतिनिधियों को जोड़ा जाएगा. 18 वर्ष से कम बालिका और 21 वर्ष से कम बालकों के साथ उनके परिजनों के बीच बताया जाएगा की बाल विवाह के दुष्परिणाम क्या होता है. उम्मीद की जा रही है कि इस अभियान के बाद देवघर जिला बाल विवाह मुक्त हो सकता है।जरूरत है बालक,बालिका और इनके परिजन सजग और सतर्क रहे.
रिपोर्ट:रितुराज सिन्हा