गुमला(GUMLA):गुमला में लंबे समय से बन रहा बाईपास सड़क का निर्माण कार्य अभी तक पूर्ण नहीं होने की वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लोगों ने कहा कि राजनेताओं और प्रशासनिक पदाधिकारियों को भी इससे कोई लेना देना नहीं है. ऐसे में निश्चित रूप से इस इलाके में रहनेवाले लोग इस बात को लेकर निराश हैं कि आखिरकार चुनाव में जो लोग वादा करते हैं उसे वह पूरा क्यों नहीं करते हैं.
10 साल बाद भी पूरा नहीं हुआ बाईपास का निर्मा कार्य
अभी लोकसभा चुनाव चल रहा है ऐसे में राजनेता गांव में जाकर लंबे चौड़े वादे करते हुए नजर आ रहे हैं लेकिन उन्हें राजनेताओं को अपने पिछले वादों को याद करना चाहिए जो लंबे समय बाद भी आज तक पूरा नहीं हो पाया है.गुमला जिला में निर्माणाधीन बाईपास सड़क लंबे समय से पैंडिंग है.जिसकी वजह लोगों को आने जाने में बहुत कठिनाई हो रही है.आपको बताये कि रघुवर दास के शासनकाल में इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू करवाया गया था, जिसके बाद लोगों के चेहरे पर काफी खुशी का माहौल था, लेकिन 10 साल से अधिक का समय अब बीतने जा रहा है बावजूद इसके सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है.
बाईपास को लेकर सरकार से लेकर अधिकारी उदासीन है
ऐसे में लोगों ने स्पष्ट कहा है कि आम जनता की समस्याओं को लेकर राजनेताओं में थोड़ी बहुत ही गंभीरता नहीं है, जिसका उदाहारण अधूरा पड़ा बाईपास सड़क है. दरअसल गुमला शहर में होने वाली जाम की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए सरकार से लगातार स्थानीय लोगों द्वारा मांग की जा रही थी यदि हम इसके इतिहास को देखें तो झारखंड निर्माण के पूर्व से बाईपास सड़क का निर्माण की मांग की जा रही थी,लेकिन सम्मिलित बिहार में इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया था लेकिन जैसे ही झारखंड राज्य अलग हुआ उसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी द्वारा इसके आधारशिला 2000 में ही रखी गई थी लेकिन उसके बावजूद भी इसका निर्माण कार्य उसे समय शुरू नहीं हो पाया इसके बाद इसको लेकर लगातार आंदोलन किया जा रहा था लेकिन जब रघुवर दास जी सीएम बने तो उन्होंने लोगों की समस्याओं को इस गंभीरता से देखते हुए इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू करवाया लेकिन अब तक यह सड़क निर्माण कार्य शुरू होने के बावजूद भी पूरा नहीं हो पाया है.
रिपोर्ट-सुशील कुमार