धनबाद(DHANBAD): धनबाद में रांची, बोकारो, चास, गिरिडीह और धनबाद के कारोबारी एक मंच पर जुटे. मांग तो कई हुई लेकिन सबसे बड़ी मांग थी सुरक्षा की. बैठक में बात उठी कि धनबाद में कानून व्यवस्था की हालत ऐसी हो गई है कि दुकान खोलने से कारोबारी डरने लगे हैं. कई व्यवसाई बाहर जाने की तैयारी कर रहे हैं. निर्णय लिया गया कि झारखंड चेंबर के साथ मिलकर आंदोलन होगा. मुख्यमंत्री से मिलकर सुरक्षा मांगेंगे. रोज मिल रही है धमकी लेकिन कारोबारियों को नहीं मिलती सुरक्षा.
अगर पुलिस कार्रवाई नहीं करेगी तो होगा चरणबद्ध आंदोलन
वैसे भी धनबाद में बढ़ते अपराध को लेकर कारोबारियों में भय समाया हुआ है .रोज-रोज की धमकी और फायरिंग की घटनाओं से व्यवसाई डरे और सहमे हैं. इसके बाद गुरुवार को संयुक्त बैठक की गई. व्यवसायियों ने मंच से कहा कि रंगदारी, धमकी, फायरिंग और बम बाजी की घटनाओं से यहां के व्यवसाई दहशत में है. हालात ऐसे हो गए हैं कि कारोबारी दुकान खोलने से डरने लगे हैं. बड़ा फैसला लिया गया कि अब इसके खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन होगा और कार्रवाई अगर पुलिस नहीं करती है तो चुप नहीं बैठेंगे.
बैठक में इन सब मुद्दों पर हुई चर्चा
बैठक में होल्डिंग टैक्स, ट्रेड लाइसेंस ,यूजर चार्ज में वृद्धि ,शहर में जाम की समस्या, दिल्ली के लिए सीधी ट्रेन, धनबाद में एयरपोर्ट की मांग के साथ बोकारो, चास, गिरिडीह की समस्या को लेकर आंदोलन का खाका खींचा गया. तय हुआ कि अगस्त के पहले सप्ताह में झारखंड चेंबर के साथ बैठक कर समस्या के निदान के लिए प्रयास किया जाएगा. नगर विकास विभाग और डीजीपी और रेलवे के अधिकारी से भी प्रतिनिधिमंडल मिलेगा. बैठक की अध्यक्षता जिला चेंबर अध्यक्ष चेतन गोएनका ने की एवं संचालन महासचिव अजय नारायण लाल ने किया. धनबाद कोयलांचल अपराधियों की शरण स्थली बन गई है. रंगदारी के लिए ताबड़तोड़ फायरिंग कराई जा रही है. पुलिस एक गैंग को पकड़ती है तो दूसरा गैंग सामने खड़ा हो जाता है. हाल के दिनों में पुलिस ने 2 दर्जन से अधिक अपराधियों को जेल भेज चुकी है. बावजूद घटनाएं रुक नहीं रही है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो