पटना(PATNA): 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरु हो चुकी है, हर दल अपने तरकश के लिए अचूक बाण की खोज में है. सबों को राजनीति के ब्रह्मास्त्र की तलाश है. घात-प्रतिघात का खतरा हर दल पर हर पल मंडरा रहा है, आज जिसके पक्ष में कसीदे पढ़े जा रहे हैं, कल पाला बदलते ही उसे खलनायक घोषित करने में भी कोई शर्मिंदगी नहीं होगी. यह राजनीति का आम दस्तूर है.
कुछ इसी तरह की एक कहानी बिहार से आई है, वहीं बिहार जहां राजनीति के पहाड़े सेट किये जाते हैं, वहीं बिहार जो किसी को आसमान से जमीन पर उतारने में देरी नहीं करता, जब इंदिरा गांधी अपने राजनीतिक जीवन की सर्वोच्च ऊंचाईयों पर थी, माना जाता था कि कोई उनके सामने खड़ा नहीं हो सकता, इसी बिहार की मिट्टी से विद्रोह का बिगुल फुंका गया था और उनकी पूरी राजनीति जमींदोज हो गयी थी. जी हां, उसकी बिहार से यह सनसनीखेज खबर निकल कर सामने आयी है.
सीएम नीतीश के इशारे पर पार्टी को तोड़ने का आरोप
इस बार का दावा मोदी सरकार के मंत्रिमंडल को लेकर है, दावा किया जा रहा है कि मोदी सरकार का एक मंत्री सीएम नीतीश कुमार के इशारे पर काम करता है, और तो और वह सीएम नीतीश के एक इशारे पर किसी की पार्टी को भी तोड़ सकता है.
वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता News post
दरअसल एक बिहार के राजनीतिक गलियारे में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि चिराग पासवान की पार्टी लोजपा को तोड़ने की पूरी पटकथा सीएम नीतीश कुमार के द्वारा रची गयी थी. लोजपा तोड़ने के पीछे किसी और का नहीं बल्कि सीएम नीतीश का दिमाग काम कर रहा था और इसकी सुपारी दी गयी थी, आज के केन्द्रीय मंत्री और चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस को. हालांकि News post इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता, यह कितना सही और किस हद तक गलत है, वह जांच का विषय है.
चाचा पारस ने तोड़ी चिराग की पार्टी
दावे के अनुसार सीएम नीतीश ने पशुपति नाथ पारस को यह आश्वासन दिया था कि यदि आप चिराग की पार्टी को तोड़ देते हैं, तो हम आपको केन्दीय मंत्रिमंडल में जगह दिलवा देंगे, तब पशुपतिनाथ पारस की इच्छा भी केन्द्रीय मंत्री बनने को लेकर बलवती हो गयी थी, सीएम नीतीश का ऑफर मिलते ही चिराग के किले को ध्वस्त करने की योजना पर काम शुरु कर दिया गया और जल्द ही चिराग गुट में बगावत हो गयी, चिराग अपनी पार्टी के एकलौते सांसद बन कर रह गयें.
रिपोर्ट: देवेन्द्र कुमार