धनबाद(DHANBAD): अपराध की दुनिया में "भाभी". यह अलग बात है कि "भाभी "क्राइम करने के लिए ऑन द स्पॉट नहीं जाती थी लेकिन पैसे का हिसाब किताब रखती थी. पैसा किसे देना है, कहां इन्वेस्ट करना है, किस राह से पैसे ठिकाने लगाने हैं, इन सबों का मास्टरमाइंड थी यह ,"भाभी", हालांकि अभी "भाभी," जेल में है और हो सकता है कि अपनी करतूत पर पछता रही हो. धनबाद में अमन सिंह गिरोह के जिन 9 लोगों को पुलिस ने पकड़ कर जेल भेजा है, उसी में यह "भाभी" भी हैं. भाभी का नाम सलोनी है. इसका बॉयफ्रेंड जब जेल गया तो वह अमन सिंह के संपर्क में आया. उसी बॉयफ्रेंड के जरिए सलोनी अमन सिंह के संपर्क में आई और उसके बाद लगातार अमन सिंह गैंग का फंड मैनेजर बन गई. अमन सिंह से सीधा संपर्क होने के कारण गैंग में सलोनी का अच्छा खासा दबदबा था.
पुलिस सूत्रों के अनुसार अमन सिंह सलोनी से वीडियो कॉल कर बात करता था. उसे निर्देश भी देता था और अमन सिंह के गुर्गे भाभी के कहने के अनुसार काम भी करते थे. पुलिस ने इस गैंग को बोकारो के हरला से छापेमारी कर गिरफ्तार किया. इस गैंग में यूपी के कई शार्प शूटर भी शामिल है. जिन लड़कों को पुलिस ने जेल भेजा है, यह गैंग सिर्फ अमन सिंह से ही सुपारी नहीं लेता था बल्कि कुख्यात गैंगस्टर प्रिंस खान के लोगों से भी सुपारी लेकर घटनाओं को अंजाम देता था. पुलिस के पूछताछ में धनबाद कोयलांचल में घटित कम से कम 10 कांडों में इन लोगों ने अपनी संलिप्तता स्वीकारी है. हालांकि इस गैंग की गिरफ्तारी के बाद भी तो पचाची के दो होटलों में रंगदारी के लिए बम बाजी की घटनाएं कर दी गई .इन घटनाओं की जिम्मेवारी प्रिंस खान के कथित मेजर ने पर्चा जारी कर लेते हुए रंगदारी की राशि नहीं देने पर आगे भी इसी तरह कुछ करने की धमकी दी है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो