बोकारो (BOKARO) : बोकारो में हवाई सेवा जल्द ही शुरू होने जा रही है. नए साल के शुरुआत में इसे शुरू करने का दावा किया जा रहा है. ऐसे में इसकी कारवाई भी तेज कर दी गई है. एअरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से इसका निरीक्षण किया जा रहा है. इस हवाई उड़ान के शुरू होने से लोगों को कई फायदे मिलेंगे. अब स्थानीय लोगों को हवाई यात्रा करने के लिए आसपास के शहर जैसे रांची, देवघर या कोलकाता नहीं जाना पड़ेगा. वो अपने शहर से ही यात्रा कर पाएंगे.
लाइसेंस को लेने में कई त्रुटियां
इस निरीक्षण के दौरान एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के ईस्टर्न रीजन के ऑपरेशनल हेड मनोज कुमार और उनकी टीम बोकारो एयरपोर्ट पहुंची. बता दें कि एयरपोर्ट का काम पूरा हो चुका है मगर अब तक इसके लाइसेंस को लेने में कई त्रुटियां आ रही है. जिसे लेकर ऑपरेशनल हेड मनोज कुमार द्वारा नये सिरे से उड़ान की अनुमति के लिए फॉर्म अप्लाई किया गया है. वहीं इसमें बीएसएल के उड्डयन विभाग के पदाधिकारी भी शामिल है.
फायर सेफ्टी से संबंधित फार्म
एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों के आने की जानकारी मिलने पर बोकारो विधायक बिरंचि नारायण भी एयरपोर्ट पहुंचे और इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से बातचीत की. इसे लेकर उन्होंने कहा कि साल के अंत तक बोकारो से उड़ान शुरू होने की संभावना है. इस दिशा में हर संभव प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि फायर सेफ्टी से संबंधित फार्म में जानकारी देनी है. जिसमें 16 फायर कर्मियों की के नाम भेजना हैं. लेकिन स्थानांतरण आदि होने के कारण अब क 16 फायर कर्मी नाम नहीं भेजा जा सका है.
सभी प्रक्रिया में तीन माह का लग सकता है समय- बिरंचि नारायण
विधायक बिरंचि नारायण ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने अग्निशमन और होमगार्ड के डीजी अनिल पलटा से भी बात की है, ताकि फायर कर्मियों का नाम मिल जाए और फार्म डीजीसीए को भेज दिया जाए. पता तो चले की फार्म जमा होने के बाद डीजीसीए की टीम एयरपोर्ट का निरीक्षण करती है या नहीं. अगर किसी प्रकार की कोई त्रुटि या कमी है उसे चिन्हित कर उसे ठीक करने का निर्देश दिया गया है. उसके बाद पुन एक बार डीजीसीए की टीम निरीक्षण करेगी और संतुष्ट होने के बाद उड़ान भरने का लाइसेंस जारी करेगी. सभी प्रक्रिया में अमूमन तीन माह का समय लग सकता है.
नए सिरे से फॉर्म फिलअप
बोकारो हवाई अड्डे का स्वामित्व और रखरखाव बीएसएल द्वारा किया जाता है, जो स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड की एक इकाई है. डीजीसीए (DGCA) एयरोड्रम लाइसेंस जारी करने के लिए नोडल एजेंसी है. लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आवेदन बीएसएल द्वारा जमा किया गया है. जमा आवेदन के आधार पर मांगे गए क्लैरिफिकेशन का जवाब भेजने के साथ फॉर्म में जो भी कमियां थी उसी दूर कर नए सिरे से फॉर्म फिलअप किया जा रहा है. अब देखना ये है कि 3 महीने की जो समय सीमा बताई गई उसके अंतर्गत के कार्य पूरा होता है या नहीं.