देवघर(DEOGHAR):4 जुलाई से शुरू हुए विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला धीरे धीरे आगे बढ़ रहा है. शायद सबसे लंबी अवधी और दूरी तक चलने वाला इस मेला में कांवरिया 105 किलोमीटर की लंबी यात्रा नंगे पांव तय करते हैं. ऐसे में अपनी यात्रा के अंतिम पड़ाव तक पहुंचते-पहुंचते उनकी सेवा में किसी प्रकार की कमी नहीं रह जाये, इसके लिए प्रशासन सहित कई निजी संस्था या फिर स्वंय सेवी संस्था दूर-दूर से यहां आकर कांवरियो की सेवा के लिए शिविर लगाते हैं.
कांवरियों की सेवा में लगे है कई संस्थायें
इनमें से कुछ संस्थाये तो पिछले कई वर्षो से श्रावणी मेला के दौरान सेवा शिविर लगाते आ रहे है. इस बार कांवरियों की सेवा में कौमी एकता का मिशाल भी देखा जा रहा है. झारखंड के पूर्व मंत्री दिवंगत हाजी हुसैन अंसारी की याद में समाजसेवी सूरज झा की ओर से शुरू किया गया. सेवा शिविर का उनके पुत्र सूबे के पर्यटन मंत्री हाफिजुल अंसारी ने उदघाटन किया.
‘बोलबम का नारा है, बाबा एक सहारा है’
‘बोलबम का नारा है, बाबा एक सहारा है’ के जयघोष के साथ कांवरिया बाबाघाम की लंबी यात्रा पर नंगे पांव निकल पड़ते है. अपनी यात्रा के अंतिम पड़ाव पर पहुंचते-पहुंचते इनमें से अधिकांश के पांव में छाले पड़ जाते है, और उन्हे कई तरह की शारीरिक कष्टों की अनुभूति होने लगती है. लेकिन उन्हे इलाज की चिंता नहीं करनी पड़ती है. क्योकि पूरे कांवरिया पथ पर प्रशासन के अलावा कई स्वंय सेवी संस्थाओ की ओर से इसकी पूरी व्यवस्था की जाती है.
कई संस्थायें पिछले कई वर्षो से कर रही है सेवा
इनमें से कई संस्थाएं है, जो पिछले कई वर्षो से कांवरिया पथ पर बम की सेवा करते आ रहे है. इनकी माने तो बम की सेवा कर उन्हे अत्मशांति की अनुभूति होती है. निस्वार्थ भाव से सेवा का ही फल है, कि बाबा बैद्यनाथ के आशीर्वाद से कभी छोटा शिविर लगाने वाले आज विशाल शिविर लगा रहे है. धीरे-धीरे पूरे कांवरिया पथ से लेकर सभी संभावित स्थानों पर कई संस्थाओं की ओर से सेवा शिविर शुरू कर दिया गया है.
श्रद्धालुओं की चिकित्सा के अलावा खाने और ठहरने की व्यवस्था भी मुफ्त
इन्ही में से एक है बाबा बैद्यनाथ वेलफेयर सोसाइटी और इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी का शिविर. इन संस्थाओ की ओर से श्रद्धालुओं की चिकित्सा के अलावा खाने और ठहरने की व्यवस्था भी मुफ्त की जाती है. खास बात ये है कि लंबी दूरी तय कर बाबा नगरी पहुंचने वाले कांवरियो को भी इसका निःस्वार्थ लाभ मिलता है, जिससे कांवरियो को आगे की दूरी तय करने में नयी उर्जा मिलती है.
मंत्री हाफिजुल हसन कौमी एकता की मिशाल कर रहे हैं पेश
भगवान भोलेनाथ के प्रति अटूट आस्था का ही परिणाम है, कि दूर-दराज से बाबानगरी पहुंच कर पिछले कई वर्षो से कांवरिया पथ पर स्वंय सेवी संस्थाए शिव भक्त कांवरियो के लिए सेवा शिविर लगाते आ रहे है. ये सब बम की सेवा कर अपने आप को धन्य मानते हैं. इसलिए कांवरिया रुट लाइन में मंदिर से कुछ दूरी पर शिवराम झा चौक के समीप समाजसेवी सूरज झा की ओर से भी एक शिविर लगाया गया है.
जरूरतमंदों को सुविधाएं मुहैया कराई जायेगी
इस शिविर का नाम झारखंड सरकार में मंत्री रहे दिवंगत हाजी हुसैन अंसारी की याद में रखा गया है. जिसका विधिवत उदघाटन इनके पुत्र और झारखंड के मंत्री हाफिजुल हसन द्वारा किया गया है. मौके पर बोलते हुए हाफिजुल ने कहा कि यह शिविर कौमी एकता की मिशाल है. झारखंड सरकार श्रावणी मेला में आने-वाले श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर है. सरकार की ओर से हर जरूरतमंद सुविधाएं मुहैया कराई गई है. मंत्री ने कांवरिया पथ पर फल बांट कांवरियों की सेवा की. भोलेनाथ के साथ साथ उनके भक्तों के प्रति इस तरह की सेवा भावना कही और शायद ही देखी जाती है. तभी तो इस तरह के शिविर लगाने वाले के ऊपर बाबा की कृपा सदा बनी रहती है. पूरे सावन माह शिव भक्तों की सेवा करने वालों की संख्या हर साल बढ़ती ही जा रही है.
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा