धनबाद(DHANBAD): धनबाद में एक बार फिर खून बहाने का सिलसिला शुरू हो गया है. पहली अक्टूबर को शहाबुद्दीन सिद्दीकी की गोली मार हत्या कर दी गई थी. फिर 21 अक्टूबर की रात लगभग 9 बजे धनबाद के नया बाजार में अरशद आलम उर्फ बाबला को गोली मार दी गई. बाबला को तीन गोली मारी गई है. एक गोली सिर की हड्डी को नुकसान पहुंचा कर निकल गई .जबकि दो गोली पीठ में लगी . गोली लगने के बाद बावला जमीन पर गिर पड़ा. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर पीठ में फांसी दो गोलियां को निकाल दिया है .हालात उसकी गंभीर बनी हुई है. डॉक्टरो का कहना है कि 72 घंटे बावला के लिए महत्वपूर्ण है. सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से एक पिस्टल और तीन खोखा बरामद किया है.
गैंगस्टर फहीम खान के परिवार से दुश्मनी की वजह से चर्चा में आया था बावला
बावला अपराध की दुनिया छोड़कर अब अपने धंधा व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित किए हुए है. 80 के दशक में बाबला की धनबाद में तूती बोलती थी. गैंगस्टर फहीम खान के परिवार से दुश्मनी की वजह से वह चर्चा में आया था. बावला पर गैंगस्टर फहीम खान के पिता सफीक खान की हत्या का आरोप लगा था. हाल के दिनों में अपराध की दुनिया से वह तौबा कर लिया था. बताया जाता है कि बावला के घर से सटे एक अपार्टमेंट का निर्माण कार्य चल रहा है. उसमें उसकी जमीन भी गई है. इसको लेकर पिछले कई माह से विवाद चल रहा था. आशंका व्यक्त की जा रही है की घटना के पीछे यह विवाद भी हो सकता है.
सूचना के अनुसार रात के लगभग 9 बजे वह अपने घर के पास बाइक लगा रहा था. तभी कुछ लोग आए. एक ने उसकी पहचान कराई. इधर अपराधियों ने बाबला के सिर में सटाकर गोली मार दी. बावला जख्मी हालत में भागने लगा. अपराधियों ने पीछा कर उसकी पीठ में दो गोली मार दी. इस दौरान अपराधियों की पिस्टल वहीं गिर गई और वह भाग निकले.
पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही
इधर, बावला के परिजनों ने पुलिस को एक वीडियो फुटेज सौंपा है. अस्पताल जाने के दौरान परिजनों ने उसका बयान रिकॉर्ड किया है. अस्पताल में देर रात को बावला का ऑपरेशन किया गया. एक गोली लंग्स के पास और दूसरी भी निकाल ली गई है. सिर में कई टांके लगाए गए हैं. फिलहाल बाबला की स्थिति स्थिर बनी हुई है. पुलिस ने घटनास्थल से दो खोखा और एक पिस्तौल बरामद किया है. घटनास्थल पर काफी खून गिरा मिला है. पुलिस पूरे परिसर को सील कर जांच कर रही है. एक महीने में लगातार दो बड़ी घटनाओं से पुलिस के ऊपर दबाव बढ़ गया है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो