रांची (RANCHI) - झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी चल रही है. भारतीय जनता पार्टी की तैयारी लगातार जारी है. प्रत्याशी चयन के लिए भी प्रक्रिया शुरू की जा रही है. झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी ने तेजी से आगे कदम बढ़ाना शुरू किया है. प्रत्याशी चयन के लिए रायशुमारी का कार्यक्रम बनाया गया है.
प्रत्याशी चयन के लिए एक साथ सभी 81 विधानसभा सीट पर टीम भेजी गई
भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशी चयन के लिए टीम गठित की है. झारखंड की सभी 81 विधानसभा सीटों पर रायशुमारी की जाएगी. इसके तहत जो नाम आएंगे उनमें से प्रत्याशी का चयन होगा. इस काम में विधायक पूर्व विधायक प्रमुख पार्टी नेता को लगाया गया है. सभी 81 विधानसभा सीट पर दो लोगों की टीम बनाई गई है. यानी एक विधानसभा क्षेत्र में एक प्रभारी और दूसरा सह प्रभारी बनाया गया है. मंगलवार को पार्टी कार्यालय में हुई बैठक में सभी को इसकी जानकारी दे दी गई. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश सिमडेगा विधानसभा सीट के लिए रायशुमारी में जाएंगे. आदित्य साहू सरायकेला विधानसभा, मनोज सिंह कोडरमा, आरती कुजूर जुगसलाई जाएंगी. रांची विधानसभा सीट की प्रभारी गीता बालमुचू बनी हैं. जामा राज सिन्हा, खिजरी विधानसभा सीट के प्रभारी विद्युत वरुण महतो बने हैं. आरती सिंह को खरसावां विधानसभा क्षेत्र का प्रभारी बनाया गया है. अनंत ओझा गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी बने हैं उनके साथ सहयोगी के रूप में गुंजन यादव होंगे. किशलय तिवारी को धनबाद का, कांके विधानसभा सीट का गुरु चरण नायक प्रभारी बने हैं. हटिया विधानसभा क्षेत्र के लिए उदय शुक्ला को प्रभारी बनाया गया है. गुमला का प्रभारी ढुल्लू महतो को बनाया गया है. मांडर विधानसभा क्षेत्र के लिए कुलवंत सिंह बंटी, खूंटी विधानसभा क्षेत्र के लिए शिव शंकर उरांव को प्रभारी बनाया गया है. बिशुनपुर विधानसभा सीट के लिए गणेश मिश्रा प्रभारी नियुक्त किए गए हैं. इसी प्रकार सभी विधानसभा सीट पर दो लोगों की टीम बनाई गई है.
भाजपा की रायशुमारी में क्या कुछ होता है जानिए
रायशुमारी का मतलब है पार्टी के विभिन्न स्तर के नेता कार्यकर्ताओं से उस विधानसभा क्षेत्र के लिए संभावित प्रत्याशी के नाम की जानकारी इकट्ठा करना. संबंधित विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले मंडल अध्यक्ष, पूर्व अध्यक्ष, प्रदेश पदाधिकारी,कार्य समिति सदस्य,शक्ति केंद्र प्रभारी, सह प्रभारी ऐसे सभी लोगों से लिखित रूप में एक पर्चा में सुझाव लिए जाते हैं.सामान्य रूप से लोग क्रमशः 1,2,3 क्रमबद्ध तरीके से वैसे लोगों का नाम लिखते हैं जो उस विधानसभा क्षेत्र में जनाधार रखते हैं यानी उन्हें पार्टी टिकट दे सकती है. सील बंद डब्बे में सभी के विचार लिए जाते हैं. सारे डब्बे रांची प्रदेश मुख्यालय लाया जाता है. उसके बाद विधानसभा वार डब्बे खोलकर सूची बनाई जाती है. पार्टी इसे एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया बताती है कि वह प्रत्याशी चयन में अपने कार्यकर्ताओं के विचार जानने का प्रयास करती है. वैसे देखा जाता है कि कई विधानसभा क्षेत्र में पैराशूट से भी प्रत्याशी उतार दिए जाते हैं.