रांची(RANCHI): झारखंड में ईडी और आईटी की इंट्री के बाद राजनीति बयानबाजी शुरू है. झामुमो और कांग्रेस नेता भाजपा पर निशाना साध रहे है.वहीं इसमें भाजपा भी पीछे नहीं है, भाजपा ने झामुमो और कांग्रेस के आरोप का खंडन किया है. दरअसल बेरमों विधायक अनूप सिंह के आवास पर आईटी की टीम छापेमारी करने पहुंची थी. जिस गाड़ी में आईटी के अधिकारी आए थे, उसमें भाजपा का स्टिकर लगा हुआ था. यह खबर आग की तरह झारखंड में फैल गई और मुख्यमंत्री से लेकर नेताओं ने इसे भाजपा की साजिश बताया. इस मामले पर रविवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा की राष्ट्रीय मंत्री ने इस मामले का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोग गलत बयान बाजी कर रहे है. भ्रष्टाचार में लिप्त जब नेताओं के यहां रेड पड़ रही है तो अनर्गल बयान देकर जनता को गुमराह करने में लगे है.
भाजपा प्रदेश कार्यालय में इसे लेकर एक वीडियो सार्वजनिक किया गया, जिसमें चालक यह खुद स्वीकार कर रहे हैं कि वह अपनी गाड़ी भाड़े पर ही चलाते हैं और किसी भी दल या फिर अन्य कार्यों के लिए बुकिंग आती है तो वह जाते हैं. वीडियो में चालक यह कहता हुआ दिख रहा है कि जल्दबाजी में इनकम टैक्स के अधिकारी की बुकिंग पर वह चले गए थे. इससे पहले भाजपा के एक निजी कार्यक्रम में उन्होंने अपनी गाड़ी भाड़े पर ले गई थी. स्टीकर को हटाना भूल गए थे. वहीं, प्रेस वार्ता कर प्रदेश कार्यालय से यह भी जानकारी दी गई कि राज्यभर में 7 नवंबर से 13 नवंबर तक 264 प्रखंडों में राज्य सरकार का विरोध प्रदेश भाजपा की तरफ से किया जाएगा. राज्य के खनिज संपदा की लूट राज्य में हो रहे भ्रष्टाचार बलात्कार के मामले के संदर्भ में भारतीय जनता पार्टी का आंदोलन रहेगा. इसे लेकर प्रखंड वार नेता कार्यकर्ताओं को इसकी जिम्मेदारी दी गई है.