रांची(RANCHI): झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार मईया योजना के जरिए 21 से 50 की महिलाओं को एक हजार रुपया हर माह दे रही है. इस योजना को लेकर झारखंड में सियासी पारा भी हाई है. एक ओर इंडी गठबंधन की सरकार योजना को मास्टर स्टॉर्क मान रही है तो दूसरी ओर भाजपा इससे बड़ी योजना लाने की तैयारी में है. झारखंड के भाजपा चुनाव सह प्रभारी हिमंता ने घोषणा किया है.दावा किया है कि झारखंड की महिलाओं के सम्मान में एक हजार से अधिक रुपया देने का काम करेंगे.
पीआईएल पर बवाल
बता दे कि चुनाव से ठीक पहले हेमंत सोरेन सरकार ने मईया योजना के जरिए राज्य की महिलाओं को सम्मान देने का काम किया है. सभी महिलाओं को एक हजार रुपया हर माह खाता में भेजा जा रहा है. शुरुआत के एक महीना में ही 42 लाख से अधिक आवेदन मिल चुके है. करीब करीब सभी जिलों में खाते में पैसा आना भी शुरू हो गया है. लेकिन इन सब के बीच झारखंड में बवाल मच गया. सिमडेगा के एक व्यक्ति ने झारखंड हाई कोर्ट में पीआईएल दाखिल कर योजना को रोकने की मांग कर दी.
एक हजार से अधिक का दावा
याचिका देने के बाद सरकार इसका आरोप भाजपा पर लगाने लगी. आरोप लगाया कि भाजपा ने ही योजना को रोकने के लिए कोर्ट में याचिका दायर करवाया है. लेकिन इस आरोप का पलटवार भाजपा ने किया है. भाजपा का कहना है कि सरकार के पास योजना में देने के लिए पैसा नहीं है. जिसे देखते हुए खुद ही याचिका दाखिल कराया गया है. झारखंड की जनता को उल्लू बनाने का काम सरकार कर रही हैं. इस दौरान भाजप ने दावा किया कि महिलाओं के सम्मान में एक हजार से अधिक रुपया देने का काम करेंगे.
हिमंता ने कहा बॉन्ड बनवा कर रख लो
भाजपा प्रदेश चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि महिलाओं के सम्मान में एक बड़ी मईया योजना लाने की तैयारी कर रहे है. जिससे महिलाओं को एक हजार से अधिक की राशि दी जाए. महिलाओं को एक सम्मान दिया जा सके. बाकी कई राज्यों में ऐसी योजना चलाया जा रहा है. अब झारखंड में भी चुनाव है और चुनाव के बाद सरकार में बनने के बाद पहली योजना महिलाओं के सम्मान में देने का काम करेंगे. हिमंत ने कहा कि झारखंड में योजना देंगे जो बोलते है वह करते है चाहे तो कोई बॉन्ड बनवा कर ले ले.