धनबाद(DHANBAD) : 2024 के विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा पूरी रणनीति के साथ काम कर रही है. धनबाद और अगल-बगल के16 सीटों पर नजर रखने के लिए धनबाद प्रमंडल बनाया गया है. इस प्रमंडल में भाजपा का प्रदर्शन बेहतर होता रहा है. पूरे राज्य में 2019 में भाजपा का प्रदर्शन खराब रहा, लेकिन धनबाद- बोकारो में पार्टी का प्रदर्शन बेहतर हुआ. धनबाद प्रमंडल में चार संगठनात्मक जिलों को शामिल किया गया है. जिनमें धनबाद महानगर, धनबाद ग्रामीण, बोकारो एवं गिरिडीह को शामिल है. इस प्रमंडल में इस प्रकार 16 विधानसभा की सीटें है. यह अलग बात है कि यह प्रयोग भाजपा ने पहली बार किया है. धनबाद को संगठन की दृष्टिकोण से पहली बार पार्टी ने प्रमंडल बनाया है. वैसे, पूरे झारखंड में पांच प्रमंडल बने है. इनमें एक उत्तरी छोटा नागपुर प्रमंडल भी है. उत्तरी छोटा नागपुर में 8 संगठनात्मक जिले शामिल किये गए है. इसलिए रणनीति के तहत धनबाद को अलग प्रमंडल बनाकर चार संगठनात्मक जिले को अलग किया गया है.
चुनाव की तैयारी और मॉनिटरिंग का प्रयास
माना जा रहा है कि चुनाव की तैयारी और मॉनिटरिंग के लिए यह सब किया गया है. धनबाद में 6 में से चार विधानसभा सीट और बोकारो की चार में से तीन सीट पर भाजपा और गठबंधन की जीत हुई है. धनबाद में भाजपा धनबाद, बाघमारा, सिंदरी और निरसा विधानसभा में जीत दर्ज की थी. धनबाद महानगर में धनबाद, झरिया एवं बाघमारा विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जबकि धनबाद ग्रामीण में सिंदरी, निरसा एवं टुंडी विधानसभा क्षेत्र आते है. बोकारो की बात की जाए तो बोकारो, चंदनकियारी अभी भाजपा के पास है. बेरमो में कांग्रेस एवं गोमिया में आजसू की जीत हुई है. गिरिडीह, डुमरी एवं झामुमो, जमुआ एवं धनवार में भाजपा, बगोदर से फ़िलहाल माले के विधायक है.
16 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की लंबी सूची
वैसे, धनबाद प्रमंडल के 16 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की लंबी सूची है. कुछ तो पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता रेस में हैं, तो कई नए चेहरे भी शामिल हुए है. धनबाद लोकसभा के चुनाव में भी खींच तान थी. लेकिन उस समय बाघमारा के विधायक रहे ढुल्लू महतो ने टिकट झटक ली और अब वह सांसद बन गए है. इसलिए धनबाद के 6 विधानसभा सीट को लेकर समीकरण पर तरह-तरह की चर्चाएं है. सवाल यह उठता है कि धनबाद प्रमंडल बनने के बाद पार्टी क्या सांसदों की अनुशंसा लेगी अथवा अपनी गोपनीय रिपोर्ट के आधार पर उम्मीदवारों का चयन करेगी, यह अभी भविष्य के गर्भ में है. फिलहाल धनबाद की 6 सीटों में से चार पर भाजपा का कब्जा है, तो एक पर कांग्रेस और एक पर झारखंड मुक्ति मोर्चा काबिज है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो