रांची(RANCHI): झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन है. रोज की तरह आज भी सदन के बाहर और अंदर बीजेपी के विधायक सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. आज कांके के विधायक समरी लाल ने अनोखे ढंग से विरोध प्रदर्शन किया. सूबे के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की बदहाली को लेकर समरी लाल विधानसभा के प्रवेश द्वार के फर्श पर लेट गए और प्रतिकात्मक रूप से स्लाइन चढ़ा कर रिम्स की बदहाली की ओर ध्यान आकृष्ट करवाया. वहीं स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सांकेतिक रूप से बीमार विधायक समरी लाल से मुलाकात की और रिम्स की व्यवस्था में सुधार का आश्वासन दिया. कांके विधायक समरीलाल को सदन से विधायकों की टोली लेने आई. उसके बाद वो सदन के अंदर गए और उन्होंने कहा कि वह सदन के अंदर स्पीकर के पास भी अपनी बात को रखेंगे.
मरीजों को इलाज के लिए घंटों करना पड़ता है इंतजार
बता दें कि रिम्स में इलाज कराने राज्य के सभी कोने से मरीज पहुंचते हैं. मरीजों की संख्या हर दिन हजारों में रहती है. रिम्स पहुंचने वाले ज्यादातर मरीज गरीब परिवार से आते हैं. उन मरीजों को अस्पताल में पहुंचने के बाद घंटों मशक्कत करना पड़ता है तब जाकर उन्हें बेड नसीब होता है. बेड मिलने के बाद मरीजों को जांच के लिए भी अस्पताल के चक्कर काटना पड़ता है. जांच के लिए फिर नंबर लगाने में काफी देरी होती है. इसके पीछे का कारण यह है कि अस्पताल में मरीजों की संख्या ज्यादा है और उपकरण कम. रिम्स में डॉक्टर की भी कोई कमी नहीं है. लेकिन रिम्स के डॉक्टर ही रिम्स छोड़ बाहर निजी क्लिनिक में समय देते हैं. इससे रिम्स में भर्ती मरीजों का इलाज सही से नहीं हो पाता है.
आधुनिक सुविधाओं के बावजूद रिम्स बदहाल
रिम्स में आधुनिक सुविधाओं की भी कोई कमी नहीं है. रिम्स में जो जांच की मशीन उपलब्ध है, वह राज्य के किसी निजी अस्पताल में भी नहीं है. जो उपकरण दिल्ली AIMS में है, वह सभी रांची के रिम्स में भी उपलब्ध है. चाहे ICU की बात करें या फिर ट्रामा सेंटर की, यहां लगी मशीने पूरी तरह हाई टेक हैं. अगर रिम्स प्रशासन अस्पताल को दुरुस्त करने की कोशिश करेगा तो आराम से मरीजों को निजी अस्पताल जैसी सुविधाएं मिल जाएगी. मगर, सब कुछ होने के बावजूद भी रिम्स बदहाल है. इसी को लेकर बीजेपी विधायक समरी लाल ने अनोखे ढंग से विधानसभा में प्रदर्शन किया.
रिपोर्ट: रंजना कुमारी, रांची