गिरीडीह(GIRIDIH) : बिरसा आम बागवानी गरीब किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है. ये किसानों के लिए अच्छे आय का स्रोत बन गया है. बगोदर के अड़वारा पंचायत के बरवाडीह गांव के बंधन महतो ने इस साल आम बागवानी से अच्छी आमदनी की. इनसे अन्य किसान भी प्रेरित होकर अपने खेतों में आम के पेड़ और बेशकीमती इमारती लकड़ियां देनेवाले पेड़ लगा रहे हैं. इस योजना का लाभ बड़े पैमाने में लेने के लिए समय के साथ-साथ किसानों को धैर्य से भी काम लेना होगा.
बिरसा आम बागवानी गरीब किसानों के लिए वरदान
बरवाडीह गांव के ग्रामीण किसान बंधन महतो ने ये कर दिखाया है. इन्होंने मनरेगा योजना के अंतर्गत अपने एक एकड़ बंजर भूमि पर बिरसा आम बागवानी के तहत लगभग 112 अच्छे किस्म के आम के पौधे को 2019 में लगाया था. लगातार पौधों की देखरेख की. लगातार 3 सालों तक इन पौधों की देखरेख करते रहें. और अब जाकर 2023 में इनके मेहनत के फल के रुप में पेड़ों पर भारी मात्रा में आम लगे. बंधन महतो ने अपने बगीचे से लगभग 20 क्विंटल आम की बिक्री किया. जिससे लगभग 70 हजार रुपये की आमदनी हुई.
ग्रामीण किसान बंधन महतो ने किया कमाल
बताते चलें कि इस किसान से प्रेरित होकर इस गांव के किसानों अपने-अपने बंजर भूमि का इस्तेमाल आम बागवानी के लिए कर रहे हैं. ये लोग केवल आम की बागवानी ही नहीं बल्कि बेशकीमती इमारती लकड़ी वाले वृक्षों को भी लगा रहे हैं. जो आने वाले समय में इन किसानों को अधिक से अधिक आय देने वाला साबित होगा.
पूर्ण रुप से खेती पर आश्रित परिवारों को मिलती है सुविधा
आपको बता दें कि मनरेगा योजना के तहत संचालित बिरसा मुंडा बागवानी योजना के तहत लाभुक के रूप में वैसे परिवार को चयन किया जाता है. जो पूर्ण रुप से आजीविका के लिए खेती पर आश्रित है. इसके साथ ही वो बागवानी योजना के देखभाल में समय पर करने में सक्षम होना चाहिए.
रिपोर्ट-दिनेश कुमार