धनबाद(DHANBAD) | रविवार को बिहार की राजनीति में थोड़ी देर के लिए ही सही, भूचाल आ गया. सब अपने-अपने ढंग से व्याख्या करने लगे. दरअसल, रविवार को बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अपने आवास पर पार्टी के महत्वपूर्ण नेताओं की बैठक बुलाई. इस बैठक की सूचना जैसे ही बाहर आई, कोहराम मच गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी-20 सम्मेलन के भोज में दिल्ली गए हैं और लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी देवघर जा रहे थे. इस बीच तेजस्वी के सरकारी आवास पर बैठक शुरू हो गई. इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई. इसे दिल्ली में "डिनर डिप्लोमेसी" से भी जोड़कर देखा जाने लगा. चर्चा शुरू हो गई की क्या महागठबंधन पर इसका कोई असर पड़ने वाला है? मीडियाकर्मियों की भी भीड़ जुट गई.
बाद में पता चला कि बैठक पुर्व निर्धारित थी
बाद में पता चला कि पार्टी नेताओं का तेजस्वी यादव के साथ यह बैठक पूर्व निर्धारित थी. यह बैठक उसे समय निर्धारित की गई थी, जब जी-20 के डिनर पार्टी के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आमंत्रण भी नहीं मिला था. यह बैठक लोकसभा चुनाव" 2024 के मद्दे नजर बुलाई गई थी. मंथन किया जा रहा है कि वोट ट्रांसफर से लेकर महागठबंधन कार्यकर्ताओं के बीच रैपो कैसे बढ़ाया जाये. जिसका सीधा असर रिजल्ट पर पड़े. बहरहाल, सभी जगह पर अभी "2024 के चुनाव की ही चर्चा है. झारखंड हो, बिहार हो या कोई अन्य प्रदेश, सब जगह इंडिया बनाम एनडीए की चर्चा चल रही है. सब अपने-अपने ढंग से चुनाव जीतने के तरीके ढूंढ रहे है. इस बार" 2024 का चुनाव इंडिया और इंडिया में आर -पार की लड़ाई हो सकती है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो