धनबाद (DHANBAD) : बिहार पुलिस झारखंड के जामताड़ा में कभी भी धमक सकती है. बिहार के आर्थिक अपराध इकाई ने साइबर अपराधियों के खिलाफ जो राज्यव्यापी अभियान शुरू किया है उसमें उसे जामताड़ा कनेक्शन भी मिला है. मोतिहारी और बेतिया में की गई छापामारी में एक ऐसा साइबर अपराधी गिरफ्तार हुआ है. जिसका कनेक्शन जामताड़ा से मिला है. पुलिस ने उसके पास से मोबाइल, लैपटॉप और 15 लाख बरामद किया है. उसका नाम पवन कुमार उर्फ सोनू बताया गया है. वह साइबर फ्रॉड कर सामान मंगाता था. उस सामान को 10 परसेंट के डिस्काउंट पर बेच देता था. 30% खुद रखता था बाकी रुपया जामताड़ा गिरोह को भेज देता था. इसका सरगना रोहित मंडल है. पुलिस इसके नाम और पते के सत्यापन के लिए जामताड़ा जायेगी.
अपराधियों का अड्डा बना जामताड़ा
झारखंड का जामताड़ा साइबर अपराधियों का अड्डा है. यहां साइबर अपराधियों की अपनी समानांतर व्यवस्था चलती है और यही की पाठ शालाओं से निकले साइबर अपराधी देश के अन्य राज्यों में फैल कर लोगों को लूट और ठग रहे हैं. झारखंड के जिलों में भी इनका अपना नेटवर्क है. संथाल परगना हो, धनबाद हो, बोकारो हो, रांची हो अथवा दिल्ली या मुंबई. सब जगह अपराधी लोगों को ठग रहे हैं. बताया जाता है कि आर एस भट्टी को बिहार का डीजीपी बनाए जाने के बाद उन्होंने छापेमारी की योजना बनाई और उसी के आधार पर राज्यव्यापी अभियान चल रहा है. सभी जिलों के एसपी को मिलाकर टीम का गठन किया गया. इस राज्यव्यापी ऑपरेशन में 50 पुलिस पदाधिकारी और 200 जवान लगाए गए हैं. अब तक 10 जिलों के छापेमारी में 30 साइबर अपराधी दबोचे गए हैं. इसमें नवादा के वारिसलीगंज के गांव से तीन लड़कियों के साथ पार्टी कर रहे 17 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है.
कोयलांचल में भी अपराधियों की गतिविधी सक्रिय
कोयलांचल में भी साइबर अपराधियों की गतिविधियां कम नहीं है. पुलिस ने कई बैंक खातों को सील कराया है और जांच पड़ताल की जा रही है. साइबर अपराधी अपने-अपने ढंग और तरीके बदलकर लोगों को ठग रहे हैं. धनबाद में तो अभी बिजली बिल जमा कराने के नाम पर ठगी खूब हो रही है. मैसेज देते हैं कि आपके घर की बिजली आज रात को कट जाएगी, तुरंत इस नंबर पर संपर्क करें .उसके बाद लोगों के खाते से पैसा निकल जा रहा है. और भी कई तरीके हैं जिसका उपयोग साइबर अपराधी कर रहे हैं. बिहार की तरह झारखंड में भी साइबर अपराधियों के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान चलाने की जरूरत है. झारखंड का जामताड़ा जिला अपराध को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहता है. पहले यह रेल के बैगन ब्रेकिंग के लिए कुख्यात था. उसके बाद पॉकेट मारी के लिए यह कुख्यात हुआ लेकिन पिछले कई वर्षों से साइबर अपराधियों को लेकर झारखंड का जामताड़ा जिला पूरे देश में चर्चा में है. फिल्म तक बनी है. यहां साइबर अपराध सिखाने के लिए पाठशाला चलती है. व कायदे उसमें नामांकन होता है और लोगों को शिक्षा दी जाती है और यहीं से निकलकर साइबर अपराधी दूसरे प्रदेशों, जिलों में जाते हैं और अपराध को अंजाम देते हैं.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद
