रांची(RANCHI): लंबे समय से इंतजार करने वाले उर्दू शिक्षक के अभ्यर्थियों के लिए एक अच्छी खबर है राज्य सरकार 8000 उर्दू शिक्षकों के पद पर नियुक्ति निकालने की तैयारी कर रही है .सरकार की ओर से कहा गया कि चुनाव से पहले उर्दू शिक्षकों की जल्द बहाली को लेकर काम किया जाएगा. आपको बता दे विधानसभा में बजट सत्र चल रहा है. इस दौरान कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव के द्वारा सदन में उठाए गए बहाली के मामले पर प्रभारी मंत्री ने जवाब देते हुए दावा किया है कि जल्दी उर्दू शिक्षकों की बहाली सूबे में की जाएगी
प्रदीप यादव ने बहाली पर उठाया सवाल
प्रदीप यादव ने बजट सत्र के दौरान सदन में सरकार से सवाल पूछा कि राज्य में उर्दू भाषा को जानने वाले लोगों की संख्या काफी अधिक है अल्पसंख्यक समुदाय एक 15 से 20% राज्य में है बावजूद उर्दू शिक्षकों की बहाली नहीं की जा रही है. ऐसे में उर्दू भाषा पिछड़ती जा रही है जिसे देखते हुए सरकार को तुरंत पहले से संबंधित विज्ञापन निकालने की जरूरत है
उर्दू यूनिवर्सिटी खोलने की मांग
इसके अलावा मदरसा बोर्ड और उर्दू अकादमी का मामला भी सदन में प्रदीप यादव ने उठाया है. उन्होंने कहा कि क्यों नहीं एक उर्दू यूनिवर्सिटी खोला जाए इसका नाम शेख भिखारी के नाम पर रखा जाए इससे अल्पसंख्यक समुदाय को एक पहचान के रूप में राज में शैक्षिक संस्थान मिलेगा