गढ़वा (GARHWA): गढ़वा पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. गढ़वा पुलिस ने अमन साहू गिरोह के दो गुर्गे को गुमला से गिरफ्तार किया है. मिली जानकारी के अनुसार मेराल थाना के पास सड़क निर्माण कार्य में अमन साहू गिरोह के गुर्गे ने फायरिंग कर दहशत फैलाया था. साथ ही लेवी की मांग की थी. जिसके बाद पुलिस ने सड़क निर्माण कंपनी के साइज पर हमला करने के मामला का उद्भेदन कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने अमन साहू गैंग के दो अपराधी को गिरफ्तार किया है. साथ ही गिरफ्तार आरोपी के पास से एक बाइक भी बरामद की है.
एसपी ने दी जानकारी
आपको बता दें कि झारखण्ड का कुख्यात डॉन अभी जेल मे बंद अमन साहू की इंट्री अब गढ़वा मे भी हो गई है. बीते 11 जुलाई को मेराल थाना के पास सड़क निर्माण कंपनी के साइड पर फायरिंग कर दहशत फैलाने के मामले मे पुलिस ने अमन साहु गिरोह के दो गुर्गे को सदर थाना क्षेत्र के डुमरो एनएच -75 सड़क से गिरफ्तार किया है. दोनों अपराधियों में दो गुमला और एक सिमडेगा जिले के रहने वाले है. इसकी जानकारी देते हुए एसपी दीपक पाण्डेय ने दी है.
मलेशिया से दिया गया था आदेश
उन्होंने बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए मलेशिया के क्वालालमपुर से सिमडेगा के आशीष साहू उर्फ़ पकोड़ी एवं आकाश राय उर्फ़ मोनू तथा विक्रांत सिंह को मयंक सिंह उर्फ़ सुनीला मिना का फोन आया था. तीनों अपराधी सिमडेगा जेल में 13 वर्षो से बंद थे. वे 29 जून 2019 को बाहर आये थे. इसकी जानकारी अमन साहू के गुर्गे को थी. मलेशिया से मयंक ने तीनो से सम्पर्क साधा और साइट पर हमला करने के लिए कहा गया. इसके लिए हथियार और 65 हजार रूपए मयंक सिंह के द्वारा उपलब्ध कराया गया था. एसपी ने बताया की वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर यह पुष्टि हो गई थी की यह काम अमन साहू गिरोह का है. इसके लिए एक एसआईटी का गठन किया गया था. उसी टीम ने इस सफलता को पाई है. जिस दिन गढ़वा में हमला हुआ उस दिन छत्तीसगढ़ के रायपुर में भी हमला करने के लिए अन्य अपराधियों को मयंक सिंह ने ही हथियार उपलब्ध कराये थे. एसपी ने बताया कि पुलिस के लिए ये बड़ी सफलता है.