दुमका(DUMKA) : दुमका जिला के कई ऐसे प्रखंड हैं, जहां कोयला का प्रचूर भंडार है. अभी तक वैध तरीके से जिले में एक भी कोयला खदान नहीं है. लेकिन अवैध तरीके से जमीन के अंदर से कोयला वर्षो से निकाला जा रहा है. ऐसे में राष्ट्रीय संपदा की क्षति हो रही है और कोयला माफिया मालामाल हो रहे हैं. समय-समय पर प्रशासनिक सख्ती दिखाई जाती है. कुछ दिन माहौल शांत रहता है, लेकिन फिर कोयला का काला कारोबार उसके बाद शुरू हो जाता है. दो दिन पहले शिकारीपाड़ा थाना की पुलिस ने अवैध कोयला लोड एक ट्रैक्टर को जब्त करते हुए एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेजा. वहीं बुधवार को जिला खनन टास्क फ़ोर्स द्वारा अवैध कोयला खनन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई. दर्जनों कोयला के छोटे-छोटे खदान और सुरंगों को ध्वस्त किया गया.
कोयला सुरंग ध्वस्त
शिकारीपाड़ा प्रखण्ड के गंदरकपुर और पंचवाहिनी इलाके में डिस्ट्रिक्ट माईनिंग टास्क फोर्स के द्वारा अवैध कोयला खनन पर अंकुश लगाने के लिए दर्जनों अवैध कोयला के खदान और सुरंगों को ध्वस्त किया गया है. इसका नेतृत्व जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण कुमार किस्कू कर रहे थे. उनके साथ शिकारीपाड़ा अंचलाधिकारी राजू कमल, थाना प्रभारी संजय सुमन, वन विभाग के अतिरिक्त जिला पुलिस बल के महिला और पुरुष जवान काफी संख्या में शामिल थे. टीम ने जिस इलाके से कोयला निकाला जा रहा है, वहां के ग्रामीणों से भी बात की. ग्रामीणों ने इस बात को लेकर अनभिज्ञता जताई कि किसके द्वारा यह अवैध खनन किया जा रहा है. इस पर खनन पदाधिकारी द्वारा उन्हें समझाया कि यह कोयला खदान राष्ट्रीय संपत्ति है.
लगातार मिल रही थी कोयला के अवैध उत्खनन की सूचना
मामले को लेकर माईनिंग ऑफिसर कृष्ण कुमार ने बताया कि लगातार कोयला के अवैध उत्खनन की सूचना मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि काफी संख्या में सुरंगों को ध्वस्त किया गया है. इस कार्रवाई में एक बाइक और लगभग 7 बोरा कोयला जब्त किया है. साथ ही मामले की जांच की जा रही है. जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
रिपोर्ट : पंचम झा, दुमका