टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : अगर आप चिकन खाने के शौकीन हैं तो यह खबर आपके लिए खासतौर पर ज़रूरी है. स्वाइन फीवर और लंपी वायरस के बाद अब राज्य के पशुओं पर बर्ड फ्लू का खतरा मंडरा रहा है. हालांकि राज्य में अभी तक बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है. इसकी पुष्टि करते हुए पशुपालन निदेशक शशि प्रकाश ने बताया की मौसम में बदलाव और पशुओं में संक्रमण फैलने की आशंका के आधार पर पशुओं के कुल 420 सैंपल जांच के लिए कोलकाता भेजे गए हैं. जिसके रिपोर्ट्स आने बाद ही पशुओं में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो पायेगी. उन्होंने बताया कि राज्य भर में इसको लेकर एहतियातन उपाए बरते जा रहे हैं.
चार जिलों से लिए गए हैं सैंपल
जानकारी के अनुसार नियमित जांच के लिए 420 सैंपल चार जिलों से लिए गए हैं. जिसमें रांची, गढ़वा, पलामू और सिमडेगा शामिल है. रांची से 244, गढ़वा से 56, पलामू और सिमडेगा से 60-60 सैंपल कलेक्ट कर के जांच के लिए कोलकाता के ईआरडीडीएल भेजे गए है. जिसका रिपोर्ट आने में 6-7 दिन का समय लगता है. बता दें कि सैम्पल पाज़िटिव आने पर लैब से सीधे भारत सरकार को इसकी सूचना दी जाती है.
क्या है बर्ड फ्लू
बर्ड फ्लू एक संक्रामक बीमारी है. इसे एवियन एन्फ्लूएंजा के नाम से भी जाना चाहता है. इसका संक्रमण इन्फ्लूएंजा ए टाइप वायरस के कारण होता है. यह बीमारी घरेलू और जंगली पक्षियों दोनों को प्रभावित करती है. आमतौर पर यह बीमारी मुर्गी, कबूतर, बत्तख और कौआ जैसे पक्षियों से फैलता है. इस वायरस के बहुत सारे स्ट्रेन होता है. कुछ माइल्ड है जबकि कुछ बहुत ही घातक. यह कोरोना से भी ज़्यादा तेज़ी से फैलता है. इसकी की चपेट में इंसान भी आ सकते हैं. इससे पक्षियों की जान तो जाएगी ही, लेकिन इंसानों की भी जान जा सकती है. पक्षियों से इंसानों में फैलने वाले वायरस में सबसे ज़्यादा घातक बर्ड फ्लू ही माना जाता है. जब व्यक्ति बर्ड फ्लू से संक्रमित पक्षियों के मांस (कच्चा मांस) का सेवन करते हैं, तब इसका संक्रमण इंसान में हो सकता है. मुर्गी या पक्षी चाहे जिंदा हो या मरे हुए, उनसे वायरस आंख, नाक या मुंह के माध्यम से भी इंसानों में फैल सकता है.
बर्ड फ्लू के लक्षण
किसी भी बीमारी का पता तब चलता है जब उसके कुछ लक्षण सामने आते हैं. बीमारी के लक्षणों से ही बीमारी की पहचान होती है. जानते हैं बर्ड फ्लू के कुछ अहम लक्षण जो पशु और इंसान में देखे जा सकते हैं.
पशु :
अचानक मौत
खासी और सर्दी
पैरों का रंग बैंगनी होना
अंडा उत्पादन में कमी
भूख में कमी
सिर, कंधे और पलकों में सूजन
नाक बहना
इंसान :
बुखार
सरदर्द
बदन में दर्द
नाक बहाना
दस्त
सांस लेने में दिक्कत
बर्ड फ्लू से बचाव के रास्ते
- देश या राज्य में बर्ड फ्लू अलर्ट के दौरान कच्चे मांस का सेवन करने से बचे. घर और आसपास की जगह को साफ सुथरा रखें.
- अगर आप घर पर मुर्गी या अन्य पशु पाल रहे हैं तो उनकी साफ़-सफाई का भी विशेष ध्यान रखें.
- पशुओं की साफ़-सफाई के दौरान मास्क लगाएं और काम खत्म कर अच्छे से हाथ धोये.
- अगर आपका पशु वायरस संक्रमित है तो उसे दूरी बना लें.
- वायरस से अगर पशु मर जाए तो उसे खुले में नहीं फैंके, बल्कि ज़मीन में गड्ढा खोदकर पशु को दफना दें.