धनबाद(DHANBAD): घर बिक जाते, जमीन बिक जाती, मां पत्नी के गहने बिक जाते, फिर भी नौकरी नहीं मिलती .नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले पैसा लेकर उड़नछू हो जाते हैं और बेचारे नौकरी पाने की चाहत रखने वाले जहां थे,उससे भी बुरी हालत में वहीं खड़े रह जाते. नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह केवल कोयलांचल में ही नहीं, कई प्रदेशों में सक्रिय हैं. लेकिन इनका टारगेट कोयलांचल अधिक होता है. इसी तरह के एक मामले का खुलासा सोमवार को बीसीसीएल के कुसुंडा एरिया में हुआ है.
यह है मामला
पुरुलिया का एक युवक सुरजीत सिंह अपॉइंटमेंट लेटर लेकर कुसुंडा एरिया ज्वाइनिंग को पहुंचा. उसे जो अपॉइंटमेंट लेटर दिया गया था, उसमें 75 लड़कों की सूची थी. सभी को बीसीसीएल की बस्ताकोला, पुटकी, दोबारी कोलियरी में ज्वाइनिंग करने की बात कही गई थी. कुछ को विश्वकर्मा प्रोजेक्ट में भी जाने को कहा गया था.पत्र में 29 जुलाई 2023 का बीसीसीएल के बड़े अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर थे. अपॉइंटमेंट लेटर लेकर सुरजीत सिंह जैसे ही कुसुंडा एरिया पहुंचा, कर्मचारियों को शक हुआ. फिर पूछताछ शुरू की गई तो उसने स्वीकार किया कि बंगाल के एक व्यक्ति को उसने नौकरी के लिए 50000 रुपए दिए हैं. पत्र में ज्वाइनिंग की तिथि 31 अगस्त अंकित की गई थी. पूछताछ का सिलसिला बढ़ा तो युवक खतरा महसूस करते हुए वहां से भाग निकला.
नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी
यह कोई पहला मामला नहीं है. एक साल पहले बीसीसीएल की मुनि डीह में भी आउटसोर्सिंग कंपनी में बहाली के नाम पर इस तरह का गोरख धंधा किया गया था. उसे समय भी यह मामला सुर्खियों में आया था. बीसीसीएल मैनेजमेंट लगातार लोगों से अपील करता रहा है कि इस तरह से फर्जी नियुक्ति के मामले में किसी गिरोह के हाथ में नहीं फंसे. लेकिन गिरोह चलाने वाले इतने शातिर होते हैं कि तरह-तरह का झांसा देकर वह युवकों को अपनी जाल में फंसा लेते हैं और नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो