रांची(RANCHI): राज्यपाल का पद राज्य का सर्वोच्च पद होता है. माना जाता है कि राज्यपाल बनने के बाद आगे राजनीति में आना मुश्किल रहता है.क्योंकि किसी राज्य में इस पद से पड़ा कोई पद नहीं होता है. लेकिन अब इस मिथक को कई राज्यपाल ने तोड़ दिया है. इसमें कई ऐसे गवर्नर है जो वापस से सक्रिय राजनीति में लौट आए है. इसमें कल्याण सिंह,राम नाईक और केशरीनाथ त्रिपाठी के बाद अब रघुवर दास का नाम जुडने वाला है.ओडिसा के राज्यपाल के पद से इस्तीफा देने के बाद अब वापस से राजनीति से सक्रिय होने वाले है.
राज्यपाल रहने के बाद कल्याण सिंह और केशरीनाथ उत्तर प्रदेश की राजनीति में वापसी की है तो राम नाईक महाराष्ट्र में वहीं सी विद्यासागर राव तेलंगाना में राजनीति पारी की दोबारा शुरुआत की है. इसके बाद अब पाँचवे राज्यपाल में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का नाम शामिल होने वाला है. एक बार फिर से सक्रिय राजनीति में दास दिखेंगे. फिलहाल वह ओडिसा के तत्कालीन राज्यपाल है और प्रोटोकाल के हिसाब से जब तक ओडिसा में किसी राज्यपाल का शपथ नहीं होता तब तक कार्यवाहक के रूप में है.
ऐसे में नए साल में ओडिसा में राज्यपाल का शपथ ग्रहण होने के बाद दास भाजपा की सदस्यता लेंगे. जनवरी महीने के पहले सप्ताह में रघुवर भाजपा के प्रदेश कार्यालय में पार्टी का दामन थामेंगे. जिसके बाद संगठन में सक्रिय भूमिका में दिखेंगे.
भाजपा में कब शामिल होंगे इस सवाल का जवाब भी रघुवर दास ने the news post से बात चीत में बताई है. उन्होंने कहा कि कुछ प्रोटोकाल के तहत संगठन में वापसी में देरी हो रही है. जनवरी के पहले सप्ताह में ही भाजपा में शामिल हो जाएंगे. इसके बाद एक सिपाही के तौर पर काम करेंगे. जिससे संगठन मजबूत हो.