धनबाद(DHANBAD): बीसीसीएल डेढ़ हजार से अधिक वृक्षों को काटकर नई खदान शुरू करने पर आमदा है, तो अगल- बगल के लोग पेड़ को काटने से पहले उन्हें(गांव वालो )को ही काट देने की मांग कर रहे है. मंगलवार को यही सब हुआ, धनबाद के पुटकी में. डेढ़ हजार से अधिक पेड़ काटने की बात को लेकर गांव वाले कह रहे हैं कि पर्यावरण की हत्या की शर्त पर कोयला खनन उन्हें मंजूर नहीं है. मंगलवार को बीसीसीएल के अधिकारी मशीनें लेकर पेड़ काटने पहुंचे थे. इसकी सूचना मिलते ही गांव वाले पेड़ों से चिपक गए. कहने लगे कि पेड़ काटने नहीं देंगे. अगर पेड़ों को काटना ही है तो पहले उन्हें काट डाले. लगातार 3 घंटे तक पेड़ से चिपके रहे और बीसीसीएल की पूरी टीम चुपचाप गाड़ियों में बैठी रही.
जिला वन पदाधिकारी ने किया हस्तक्षेप
जब इसकी सूचना जिला वन पदाधिकारी को मिली तो बीसीसीएल के अधिकारियों को धनबाद बुलाया और उन्हें आवश्यक निर्देश दिए. उसके बाद लोगों ने वहां की झाड़ियों में आग लगा दी,दमकल की गाड़ियों को बुलाया गया,तब आग को काबू में किया जा सका. कोयला खनन के लिए नई खदान शुरू की जानी है. 25 हेक्टेयर क्षेत्र से सवा तीन लाख टन कोयले खनन का लक्ष्य है. इसके लिए आउटसोर्सिंग कंपनी को वर्क आर्डर दिया जा चुका है. शर्त के मुताबिक पेड़ों को काटने और 329 को ट्रांसप्लांट करने के बाद जमीन आउटसोर्सिंग कंपनी को दी जानी है. बीसीसीएल अधिकारियों का कहना है कि जितने पेड़ काटे जाएंगे, उस से 10 गुना नए पौधे लगाए जाएंगे. इसके लिए वन विभाग को राशि दी जाएगी वही बीसीसीएल के अधिकारियों का कहना है कि खनन स्थल के पास सैकड़ों घर अति क्रमित कर बनाए गए हैं, वहां रहने वाले लोग आंदोलन के नाम पर विरोध कर रहे है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो