धनबाद(DHANBAD): पुलिस डाल -डाल तो साइबर अपराधी पात -पात , रहते हैं धनबाद में और ठगते हैं बंगाल, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के लोगों को. तरीका भी अलग-अलग ढंग का. कभी पुलिस अधिकारी बन जाते हैं, तो कभी कस्टम अधिकारी बन जाते हैं, तो कभी आयकर के अधिकारी बन जाते है. कभी दूर संचार विभाग के अधिकारी बन ठगी करते है. कभी नियोक्ता बन जाते हैं, ऐसा कर लोगों को ठग रहे है. धनबाद को साइबर अपराधियों ने एक तरह से अपना ठिकाना बना लिया है. धनबाद साइबर पुलिस ने सराय ढेला बनस्थली कॉलोनी के सुख धाम रेजिडेंसी में छापेमारी कर ने दो साइबर ठगों को अभी हाल ही में गिरफ्तार किया है. पकड़े गए अपराधियों के पास से दो मोबाइल, 14 एटीएम कार्ड, तीन पैन कार्ड, तीन आधार कार्ड, 6 पासबुक, एक चेक बुक, पांच डायरी और एक कॉपी पुलिस ने बरामद किया है.
प्रतिबिंब पोर्टल के बाद भी गतिविधिया नहीं थम रही
साइबर पुलिस के अनुसार प्रतिबिंब पोर्टल पर एक संदिग्ध मोबाइल नंबर एक्टिव दिख रहा था. लोकेशन के आधार पर सुखधाम रेजीडेंसी में दबिश देकर दो को पकड़ा गया. प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि इनका एक और साथी है, जिसके साथ मिलकर यह लोग कभी पुलिस अधिकारी तो कभी कस्टम अधिकारी बनकर लोगों को रेप या किसी अन्य केस में फसाने की धमकी देकर ऑनलाइन पैसा भेजने को मजबूर करते है. इसके साथ ही ऑनलाइन गेमिंग, क्रेडिट- डेबिट कार्ड बंद होने का झांसा देकर और नौकरी का झांसा देकर भी ठगी करते है. पुलिस के मुताबिक जिस मोबाइल नंबर के जरिए पुलिस अपराधियों तक पहुंची, उस मोबाइल नंबर से यह लोग पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और एनसीआर में भी लोगों से लाखों की ठगी कर चुके है.
रोज -रोज बदल लेते है ठगी की तरकीब
धनबाद में हाल के दिनों में कई तरकीब अपना कर साइबर अपराधी लोगों को ठग रहे है. दूसरी जगहों की तरह धनबाद में भी साइबर अपराधियों ने लोगों को ठगने का तरीका बदल लिया है. कही प्रशासनिक अधिकारी बन तो कही आयकर अधिकारी बन कर ठगी की कोशिश कर रहे है. उनके निशाने पर धनबाद के कारोबारी भी है. कारोबारी को जीएसटी अथवा इनकम टैक्स ऑफिसर के नाम पर ठगने की कोशिश की जा रही है. बैंक मोड़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के संरक्षक सुरेंद्र अरोड़ा ने अभी हाल ही में The Newspost को बताया था कि बैंक मोड़ इलाके के कई कारोबारी को फोन कॉल्स आए है. उन्होंने कहा है कि साइबर अपराधी खुद को इनकम टैक्स या जीएसटी का ऑफिसर बता कर कॉल कर रहे है. कारोबारियों को झांसे में लेने का प्रयास कर रहे है.
कुछ ऐसा कह झांसा में लेने की करते हैं प्रयास
फोन करने वाला कहता है कि उनके साथी अधिकारी को कुछ इमरजेंसी पड़ गई है. उन्हें पैसे की सख्त जरूरत है. मोबाइल नंबर पर पैसा ट्रांसफर करने को कहा जा रहा है. यह भी बताया जा रहा है कि शाम तक या दूसरे दिन पैसा वापस कर दिया जाएगा. सुरेंद्र अरोड़ा ने बैंक मोड़ के तीन से चार लोगों को फोन कॉल्स आने की पुष्टि की थी. उन्होंने यह भी बताया था कि फोन आने के बाद जब इसकी तहकीकात की गई तो अधिकारियों ने बताया कि मामला पूरी तरह से गलत है. ऐसा कोई अधिकारी कैसे कर सकता है. साइबर अपराधी रोज कुछ ना कुछ नए हथकंडे अपना कर लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे है. अभी हाल ही में बीएसएनल मोबाइल उपभोक्ताओं को साइबर ठगो ने एक पत्र भेजकर कहा था कि उनका केवाईसी अपडेट नहीं है. 24 घंटे में उनका फोन बंद हो जाएगा. उपभोक्ताओं ने जब इसकी जांच पड़ताल की तो यह भी मामला पूरी तरह से झूठ निकला.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो