रांची(RANCHI): राजधानी रांची के नगड़ी थानां क्षेत्र में सरस्वती पूजा के विसर्जन के दौरान आपत्तिजनक गाना और फिर पत्थरबाजी के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गयी थी.इसके बाद मंदिर में चोरी की वारदात देखने को मिली. चोरी की वारदात जान बुझ कर की गई थी. हिंसा ही आग में नगड़ी को डालने की पूरी योजना असामाजिक तत्वों की थी. लेकिन पुलिस ने एक्शन दिखाया और मंदिर में चोरी करने वाले आरोपी विनीत को गिरफ्तार किया. जब पूछताछ शुरू हुई तो इसमें बजरंग दल के नेता का नाम भी जुड़ गया. बाद में दोनों को जेल भेज दिया गया.
दरअसल नगड़ी में सरस्वती पूजा विसर्जन के दौरान पत्थरबाजी हुई थी. जिसके बाद इलाके में प्रसाशन को धारा 144 के तहत निषेदज्ञा लागू की गई थी. वहीं इसी बीच नगड़ी थाना क्षेत्र में एक साथ 5 मंदिरों में चोरी की घटनां हुई और माहौल और बिगड़ता चला गया.मंदिर में हुई इस चोरी ने जलते नगड़ी में घी डालने का काम किया और एक बार फिर माहौल बिगाड़ने लगा. मंदिर में हुई स्टोरी की घटना ने पुलिस के सामने एक बड़ी चुनौती पेश की मामले की गंभीरता को देखते हुए एक टीम गठित की गई और फिर पुलिस ने अपनी तफ्तीश शुरू कर दी.
जांच जब आगे बड़ी तो पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी. चोरी के मामले में संलिप्त विनीत नाम के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया. जिसने एक साथ पांच मंदिरों में चोरी की घटना को अंजाम दिया. जब उससे पूछता हुई तो पुलिस चौक गई. क्योंकि जिस शख्स ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था वह कोई पेशेवर चोर नहीं था बल्कि बजरंग दल के नेता का भांजा था. बजरंग दल के नेता आरोपी विक्की ने ही उसे चोरी करने को कहा था. जिससे क्षेत्र का माहौल और तनावपूर्ण हो जाए. माहौल को तनावपूर्ण रखने की साजिश रची थी.बजरंग दल का वह नेता चाहता था कि नगड़ी का सौहार्द बिगड़ा ही रहे. इसीलिए ऐसी साजिश रची गयी थी.मामले में त्वरित करवाई करते हुए पुलिस ने मुस्तैदी दिखाई और बजरंग दल के आरोपी नेता विक्की और उसके भांजे विनीत को पुलिस ने सलाखों के पीछे भेज दिया।