गिरीडीह (GIRIDIH) : कभी आजसू पार्टी को पुरे गिरिडीह जिले में नीव रखने बैजनाथ महतो को आजसू पार्टी से डुमरी उपचुनाव में टिकट नहीं दिए जाने के कारण. वे पार्टी से रूठ गये और उन्होंने झारखंडी खतियान मोर्चा के बैनर तले आज अपना नामांकन करवा लिया. उनके डुमरी चुनाव में भागीदारी से उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला का रास्ता खोल दिया. इस अवसर पर झारखंडी खतियानी मोर्चा के संयोजक व पूर्व विधायक सूरज सिंह बेसरा, छोटानागपुर प्रमंडल संयोजक इमाम सफी, बोकारो संयोजक अशोक अग्रवाल ''आजाद '' डुमरी प्रभारी रकीब आलम सहित सैकड़ो की संख्या में समर्थक उपस्थित थे.
आजसू के लिए खतरा बन गए बैजनाथ
बताते चलें कि वर्षों से आजसू पार्टी के लिए जीने मरने वाले अपने शुरुआती दौर से काम करने वाले बैजनाथ महतो उर्फ छोटु दा के नाम से क्षेत्र में प्रसिद्ध और लोकप्रिय रहे. लेकिन टिकट नहीं देने के कारण वे आजसू पार्टी से रुष्ठ होकर शायद यह कदम उठाया. जानकारी के अनुसार बैजनाथ महतो का वोट बैंक ज्यादातर सर्व समाज के किसान वर्ग है. जिसमें अधिकांश कुर्मी वोटर एवं अल्पसंख्यक वोटर के बदौलत अपनी राजनीति करते हैं. इसी के चलते जनता उन्हें इस बार जिला परिषद सदस्य भी बनाया है. हालांकि आजसू एनडीए गठबन्धन से डुमरी से चुनावी मैदान में उतरी यशोदा देवी को जरूर फर्क पड़ेगा .
संभावना यह भी है कि बैजनाथ महतो के चुनावी मैदान में उतरने से बेबी देवी, यशोदा देवी और बैजनाथ महतो में के बीच त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना हो सकती है. परंतु यह फैसला तो जनता को ही लेना है की किसके माथे पर जीत का ताज पहनाएगी और किसे हार का मुंह दिखाएगी.
रिपोर्ट : दिनेश कुमार